उत्तर प्रदेश- शराब कहने को बुरी चीज है, लेकिन जब बात राजस्व की आती है तो सरकारी खजाने को भरने में इसका बड़ा योगदान रहता है. बाकी राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश की स्थिति भी ऐसी ही है. इंडिया टुडे द्वारा दायर एक RTI में बड़ी जानकारी सामने आई है. इसमें पता चला है कि पिछले 15 साल में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा शराब की दुकानें किसके शासन काल में खुलीं. किसके शासन काल में शराब से सरकारी खजाना कितना बढ़ा.
सबसे पहले जानिए कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या करीब 20 करोड़ है, इनकी जनसंख्या पर वहां 27,352 शराब की दुकानें हैं.
उत्तर प्रदेश में शराब से होने वाली कमाई-
उत्तर प्रदेश में शराब से होने वाली कमाई की बात करें तो राज्य के राजस्व की कुल कमाई का 10 फीसदी हिस्सा शराब के उत्पाद शुल्क से आता है. वित्त वर्ष 2020-21 की बात करें तो उत्पाद शुल्क और शराब की दुकानों के लिए ली जाने वाली लाइसेंस से यूपी को करीब 30,061 करोड़ की कमाई हुई है.