न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
कोई व्यक्ति किसी योजना का लाभ सिर्फ तब ले सकता है जब वो उस योजना से वाकिफ हो, उसे उस योजना के बारे में अच्छे से जानकारी हो, और उसे ये पता हो की ऐसी योजना है भी या नहीं। जैसा की आप सब जानते है की भारत की केंद्र सरकार ने अबतक कई सारी योजनाएं बनाई है जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि, और ऐसे ही भारत के अलग-अलग राज्य में सरकार ने अलग-अलग योजनाएं भारत की बेटियों और महिलाओं के लिए बनाई है, और इसके साथ ही एक से बढ़कर एक स्कीम चलायी है, जिसकी वजह से उनको आर्थिक मदद मिलती है साथ ही कई सारे लाभ भी मिलते हैं.
चलिए आज हम आपको उन योजनाओं के बारे में बताते हैं जो भारत के कुछ राज्यों में खासकर केवल महिलाओं के लिए बनाई गयी हैं, तो अगर आप भी इन्ही राज्यों से हैं तो आपको इन योजनाओं के बारे में जानना बहुत जरूरी है, जिससे आपको इन सुविधाओं का लाभ समय पर मिल सके. उसके लिए आपको ये भी जानना पड़ेगा की आप इस योजना का लाभ उठाने योग्य है या नहीं।
मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना
दिल्ली सरकार की फ्लैगशिप स्कीम है मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना, इस योजना के अंतर्गत जो भी महिलाएं 18 साल से ज्यादा उम्र की है उन सभी महिलाओं को हर महीने 1हज़ार रूपए की आर्थिक सहायता मिलेगी, लेकिन इस योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को ही मिलेगा जो दिल्ली में ही रहने वाली निवासी है, और जिनके पास राष्ट्रीय राजधानी का मतदाता पहचान पत्र होगा।
मांझी कन्या भाग्यश्री योजना
ये योजना महाराष्ट की महिलाओं के लिए है, इस योजना के अंतर्गत महाराष्ट्र सरकार महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिसमे जिनकी एक बेटी है उन्हें 18 वर्ष के लिए 50 हज़ार रूपए देती है और जिनके पास 2 बेटियां है उन्हें 25-25 हज़ार रुपये दिए जाते हैं, और जिनकी आय 7.5 लाख तक की होती है ये स्कीम उन्ही परिवार के लिए है और ये परिवार नियोजन प्रमाण पत्र जमा करने के बाद ही होगा।
मिशन शक्ति योजना
इस योजना के जरिए उत्तर प्रदेश की सरकार महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा साथ ही सशक्तीकरण को बढ़ावा देना चाहती है. और इस योजना में सभी 59,000 ग्राम पंचायत भवनों में 1 लाख महिला सवयं सहायता समूहों का गठन, मशीन शक्ति कक्षा, 1.73 लाख लाभयर्थियों को जोड़ना आदि पहल शामिल है.
कन्या उत्थान योजना
ये योजना बिहार सरकार ने शुरू करी थी. और इस योजना का मकसद था बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करवाना, जिसमे बेटियों को लगभग 50,000 रुपये का मुआवजा उनकी पढ़ाई पूरी करने के लिए मिलता है।