न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया है, और शाम 5:00 बजे राजभवन में कैबिनेट विस्तार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दो भारतीय जनता पार्टी, एक राष्ट्रीय लोक दल और एक सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायकों को मंत्री बनाया गया है।
पहले से दावा किया जा रहा था कि भाजपा, रालोद और सुभासपा को मिलाकर 6 से 7 मंत्री शपथ ग्रहण कर सकते हैं। हालांकि चार मंत्रियों को ही शपथ दिलाई है। भाजपा से दारा सिंह चौहान और सुनील शर्मा को मंत्री बनाया गया है। वहीं, सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और एनडीए में पिछले दिनों शामिल हुई रालोद के अनिल कुमार भी मंत्री पद ने शपथ लिया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में आखिरकार ओपी राजभर को जगह मिल गई। सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर लंबे समय से मंत्री बनने का इंतजार कर रहे हैं। 15 सितंबर 1962 को जन्मे ओम प्रकाश राजभर पिछले वर्ष सपा का साथ छोड़कर भाजपा के साथ आ गए थे।
वाराणसी के सन्नू राजभर के घर में जन्म लेने वाले ओपी राजभर ने राजभर राजनीति को खूब गरमाया है। भाजपा की योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी राजभर को मंत्री बनाया गया था। वे 2019 तक योगी सरकार में मंत्री थे। लोकसभा चुनाव में उचित महत्व न मिलने का आरोप लगाकर वे भाजपा से अलग हुए थे। अब एक बार फिर वे योगी सरकार में वापसी कर रहे हैं।
राजभर योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री पद पर थे लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सपा के गठबंधन में शामिल हो गए। विधानसभा में सपा सरकार नहीं बना पाई। इसके बाद उनके अखिलेश यादव के बीच दूरियां बननी शुरू हो गईं। राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करते हैं। उनके राज में पिछड़ों को कोई लाभ नहीं मिला।
अपने बयानों से उन्होंने सपा नेतृत्व से दूरियां बढ़ाने का संकेत दिया और फिर दिल्ल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद एनडीए में शामिल हो गए। साहिबाबाद विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुनील शर्मा को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।
माना जा रहा है कि सुनील शर्मा को सीएम योगी आदित्यनाथ का पसंदीदा नेता माना जाता है। सुनील शर्मा तीसरी बार साहिबाबाद से विधायक चुने गए हैं। सबसे पहले 15वीं विधानसभा में वह गाजियाबाद की सीट से जीते थे। इसके बाद 17वीं और 18वीं विधानसभा में वह साहिबाबाद की सीट से चुनकर यूपी विधानसभा पहुंचे हैं।
राष्ट्रीय लोक दल के एनडीए में आने के बाद योगी सरकार में पार्टी की एंट्री हो रही है। रालोद ने अनिल कुमार का नाम मंत्री बनाने के लिए आगे बढ़ाया। मुजफ्फरनगर जिले की अनुसूचित जाति की सुरक्षित सीट पुरकाजी से अनिल कुमार रालोद के टिकट पर वर्ष 2022 में विधायक बने थे। अनिल कुमार समाजवादी पार्टी से जुड़े थे। लेकिन, सपा- रालोद गठबंधन के तहत यह सीट रालोद के खाते में आने के बाद उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
दारा सिंह चौहान दूसरी बार योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बनेंगे। यूपी चुनाव 2022 से पहले उन्होंने पाला बदला था। वे सपा में शामिल हो गए। उस समय वे योगी सरकार में मंत्री थे। उन्हें पूर्वांचल का कद्दावर नेता माना जाता रहा है। बसपा से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की है। यूपी चुनाव 1996 में बसपा के टिकट पर दारा सिंह चौहान राज्यसभा आए थे। उन्हें पाला बदलने में माहिर माना जाता है।
दारा सिंह चौहान ने बसपा छोड़ सपा का दामन थामा। यूपी चुनाव 2007 से पहले उन्होंने पाला बदल कर बसपा जॉइन कर लिया। 2014 में केंद्र की सत्ता पर बीजेपी की नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद दारा सिंह चौहान ने भाजपा का दामन थाम लिया .भाजपा ने दारा सिंह चौहान को पिछड़ा जाति प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया। यूपी चुनाव 2017 में वे उतरे और जीते। योगी सरकार में मंत्री बनाया गया।
हालांकि, यूपी चुनाव 2022 के ऐन पहले दारा ने पाला बदल कर सपा का दामन थामा। जब सपा सत्ता में नहीं आई तो उन्होंने पार्टी का दामन छोड़ा और भाजपा में वापसी कर ली। वे भाजपा के पूर्वांचल की ओबीसी राजनीति पर पकड़ का अहम हिस्सा हैं।