मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है। इसको लेकर बिहार सरकार पूरी तरह सतर्क है। कोरोना की जांच और इसके प्रभावितों की इलाज की पूरी व्यस्था की जा रही है। बिहार में अभी ओमिक्रॉन का एक भी मामला नहीं है। इसकी जांच के लिए सैंपल हमलोगों ने दिल्ली भेजा है, जिसकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट की जांच बिहार में भी कराई जाएगी। इसकी तैयारी चल रही है।
मुख्यमंत्री सोमवार को जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार को पीछे दिखाया गया है तो फिर ऐसे राज्यों को आगे बढ़ाने के लिए भी उचित पहल केंद्र को करनी चाहिए। सभी राज्य विकास करेंगे तभी देश विकसित होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बिहार में पिछले 15 सालों में हर क्षेत्र में काम हुए हैं। 2004-05 में बिहार में प्रति व्यक्ति आय 7900 रुपये थी, जो बढ़कर 50,000 से भी अधिक हो गई है। इसी प्रकार शिक्षा, स्वास्थ्य सड़क, कानून व्यवस्था आदि सभी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर काम हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और प्रोत्साहन योजना में शीघ्र बकाया का भुगतान करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को अब तक अनुदान नहीं दिए जाने के मामले की पूरी समीक्षा करने का भी निर्देश उन्होंने अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार को दिया है। वही आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका की नियुक्ति में अनियमितता की शिकायतें आने पर पूरे मामले की समीक्षा करने के लिए उन्होंने कहा है। जनता दरबार में ये सारे मामले आए थे।