कतर से मौत की सजा से बचकर लौटे 7 पूर्व कर्मचारियों को लेकर सोशल मीडिया पर हर कोई खुश नजर आ रहा हैं । सभी यूजर्स पीएम मोदी की तारीफ कर रहे है।
भारत को एक बड़ी जीत मिली है। जिन 8 भारतीय नौसेना के पूर्व कर्मचारियों को कतर ने मौत की सजा सुनाई थी, उन्हें रिहा कर दिया गया है। इन आठ में से सात कर्मचारी भारत आ गए हैं। भारत पहुंचे इन नागरिकों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बिना हमारे लिए भारत वापस आना बेहद मुश्किल था। उन्होंने इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। वहीं, दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर सभी की रिहाई को लेकर हर कोई प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर रहा है।
भारतीय नौसेना के सात पूर्व अधिकारियों ने दिल्ली हवाईअड्डे पर पहुंच कर भारत माता की जय के नारे लगाए। एक पूर्व सैनिक ने सजा सुनाए जाने को लेकर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से सीधे तौर पर बात करने के लिए मोदी का शुक्रिया अदा किया है । साथ ही उन्होंने अपनी आजादी को लेकर प्रधानमंत्री के कूटनीतिक कदमों की अहम भूमिका पर जोर दिया है ।
अपनी रिहाई को लेकर उन्होंने कहा की ‘मैं वापस घर लौटने पर बेहद खुशी महसूस कर रहा हूं। प्रधानमंत्री मोदी को मैं धन्यवाद कहना चाहता हूं क्योंकि यह संभव नहीं होता अगर हमारी रिहाई को लेकर सुनिश्चित करने के लिए उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप नहीं होते। मैं कतर राज्य के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के प्रति भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं।
एक अन्य रिहा हुए पूर्व नौसेना अधिकारी ने भी इसी तरह अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा की अगर आज हम सब आपके सामने खड़े है तो उसका पूरा श्रेय हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है उनके हस्तक्षेप के बिना हमें आजादी नहीं मिलती।
कतर से मौत की सजा से बचकर भारत लौटे पूर्व कर्मचारियों को लेकर सोशल मीडिया पर हर कोई अपनी खुशी जाहिर कर रहा है ।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय की वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने एक्स पर कहा की मोदी सरकार ने आश्वासन दिया था कि वे सभी भारतीयों को सुरक्षित घर वापस लेकर आएंगे । पीएम मोदी की ‘मोदी गारंटी’ ने हमेशा की तरह इस बार भी जादू की तरह काम किया है। सभी भारतीय नौसेना अधिकारी को रिहा कर दिया गया है। अगर मोदी है तो सब मुमकिन है।
एक यूजर ने लिखा की आठ भारतीयों की जान बचाने और 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें घर वापस लाने के लिए मोदी सरकार की मैं सराहना करती हूं।’
उन्होंने आगे ये भी कहा की बेशक भारत को एलएनजी बेचने के लिए कतर के साथ सौदों पर हस्ताक्षर करके इसकी कीमत चुकानी पड़ी। लेकिन हमारी सरकार ने राष्ट्र के सम्मान को बचाया। हम सबको इसकी सराहना करनी चाहिए।