न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
शादी विवाह और बच्चे के जन्म पर खुशियां बाटने आने वाली किन्नरों के दुःख में कोई भी शामिल नहीं होता। इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है। दरअसल किन्नरों का अंतिम संस्कार आधी रात को किसी को बिना बताये किया जाता है। बाहरी व्यक्ति अंतिम संस्कार में किसी भी हालत में शामिल नहीं हो सकते। सिर्फ शामिल ही नहीं इसे दूर से देख भी नहीं सकते। क्या आपको पता है ऐसा क्यों होता है, आखिर क्यों किन्नरों का अंतिम संस्कार आधी रात में बिना जलाये दफना कर किया जाता है। आइये जानते है विस्तार से …
ज्यादातर हम किन्नरों को शादी विवाह और बच्चे के जन्म में आते हुए देखते है वो यहां सबके साथ नाच गाना कर खुशियां बाटती है और यहां से थोड़ा सा शगुन लेकर वापस अपनी दुनिया में चली जाती है। शादी विवाह के अलावा आप ट्रैफिक एरिया में भी इन्हे आशीर्वाद देकर पैसे मांगते हुए देखे होंगे। प्रचलित सेक्सुअल ऑरिएंटेशन से अलग सेक्स प्रेफरेंस रखने वाले किन्नरों की दुनिया सबसे अलग है जिसमें आम लोगों का आना मना है।
कैसे होता है किन्नरों का अंतिम संस्कार ?
कहा जाता है कि किन्नरों को उनके मौत से पहले ही मौत का आभास हो जाता है क्योंकि कई किन्नरों के पास आध्यात्मिक शक्ति होती है। जैसे ही किन्नर को मौत का आभास होता है तो किन्नर कहीं आना-जाना और यहां तक कि कुछ खाना भी बंद कर देते हैं। सिर्फ वो पानी पीते है और ईश्वर से अपने और दूसरे किन्नरों के लिए ये दुआ करते हैं कि वे दुबारा अगले जन्म ने किन्नर न बने। आपको बता दें आसपास और दूरदराज के किन्नर मरते हुए किन्नर की दुआ लेने उनके पास आते हैं। क्योंकि किन्नरों में मान्यता है कि मरणासन्न किन्नर की दुआ काफी असरदार होती है।
किन्नर समुदाय के अलावा किसी बाहरी व्यक्ति को किन्नर की मौत की खबर बिल्कुल भी नहीं दी जाती है। हिन्दू धर्म के अनुसार यात्रा के दौरान शव को चार कंधों पर लिटा कर ले जाने की परम्परा है। लेकिन किन्नरों में शव को खड़ा करके अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाता है। इतना ही नहीं इनमे ये भी मान्यता है कि अगर आम लोग मृत किन्नर का शरीर देख लेते है तो मृतक किन्नर का अगला जन्म किन्नर ही होता है।
रिसर्च की माने तो किन्नर ज्यादा लम्बे समय तक जीते हैं। दूसरे लोगों की तुलना में किन्नर करीब 20 साल ज़्यादा जीवित रहते हैं। ये बात अब आपको जानके बहुत हैरानी होगी कि वैज्ञानिक के मुताबिक पुरुषों का हार्मोन उनकी उम्र को कम कर देता है।