पूनम पांडेय एक चर्चित अदाकारा है और काफी कंट्रोवर्सिअल भी रही है ,इनका नाम काफी विवादों से जुड़ा है लेकिन इस बार पूनम फिर से लाइमलाइट में आ गई है और चर्चा का विषय बन गयी है उन्हने एक ऐसा कदम उठाया है जिसकी कही पे तारीफ तो कहि पे आलोचना हो रही है, उन्हने अपनी मौत की झूठी खबर चारो तरफ फैलाई ,जी हाँ पूनम पांडेय जिन्दा है और उन्हने इस बात की पुस्टि खुद लाइव आकर की है। और उन्हने अपनी मौत की वजह सर्वाइकल कैंसर को बताया था ,पर सवाल यहाँ पर ये उठता है आखिर पूनम को ऐसा क्यों करना पड़ा। क्या होता है सर्वाइकल कैंसर। और ये बीमारी कितना खतरनाक साबित हो सकता है। .
दरअसल पूनम पांडेय एक जागरूकता अभियान चला रही है जिसमे वो लोगों को सर्वाइकल कैंसर के बारें में जागरूक कर रही है और उनकी मौत की ये खबर भी एक तरह से इस जागरूकता अभियान का हिस्सा था जिसके जरिये वो लोगो को इस बीमारी के बारे में आगाह कर रही थी और यकीनन लोगों ने उनकी मौत की खबर के बाद से ही गूगल पे इस बीमारी को ज्यादा तादाद में सर्च किया है ,तो कही न कही पूनम अपने मकसद में कामयाब रही है पर उन्हें बहुत लोग गालियां भी दे रहे है और कह रहे है की भले उनकी नियत सही थी पर उनका ये तरीका गलत था। ..
खैर ये तो हो गयी पूनम की बातें पर क्या होता है सर्वाइकल कैंसर ,क्या आप जानते है इसके बारें में। .चलिए अगर नहीं जानते है तो हम बताते है आपको इसके बारे में। ..
सर्वाइकल कैंसर एक तरह का कैंसर होता है और महिलाओं में होता है जो गर्भाशय ग्रीवा की सतह पर शुरू होता है और सतह के नीचे गहराई तक प्रवेश कर सकता है।और ये फैलता है मुख्य रूप से योनि सहित आस-पास के ऊतकों में सीधे फैलने के द्वारा,और गर्भाशय ग्रीवा के अंदर लसीका वाहिकाओं के बड़े नेटवर्क में प्रवेश करके, या फिर शरीर के अन्य भागों में फैलता है दुर्लभ रूप से रक्तप्रवाह के माध्यम से.वाकई इस कैंसर के बारे में बहूजत कम लोगो को ही पता होता है लेकिन आपको जानकार काफी हैरानी होगी यहाँ पर की महिलाओं में ये सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर मन जाता है और शर्म की वजह से या गन्दी बीमारी समझ कर कोई इसपर खुलके बात नहीं करना चाहता है ,जबकि ऐसा कुछ नहीं है ये नार्मल है और इसपर हर किसी को खुलकर बात करना चाहिए क्यूंकि सही समय पर अगर इसका उपचार किया जाए तो बीमारी ठीक हो सकती है और ज्यादातर केस में इसका पता लास्ट में चलता है क्यूंकि इस बीमारी के लक्षण काफी आम से होते है।
अगर डॉक्टरों की माने तो सर्वाइकल कोशिकाओं और सर्वाइकल कैंसर में कैंसर पूर्व के बदलाव लगभग हमेशा ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के कारण होते हैं जो यौन संपर्क के माध्यम से संचारित होते हैं। HPV वायरस से जननांग मस्से हो सकते हैं। HPV वैक्सीन, सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग और सर्वाइकल इंट्राएपिथेलियलनियोप्लासिया के उपचार तक पहुंच वाले देशों में पिछले कई दशकों में सर्वाइकल कैंसर की दर में निरंतर कमी आई है।
अब सवाल यहाँ पर ये उठता है की हमे कैसे पता चलेगा की हमे ये बीमारी है या नहीं तो अगर हम इसके लक्षण की बात करे तो प्रथम अवस्था में, सर्वाइकल कैंसर के कोई लक्षण नहीं भी हो सकते है ,
सर्वाइकल कैंसर का पहला लक्षण आमतौर पर योनि से असामान्य रक्तस्राव होता है, जो अक्सर यौन क्रिया के बाद होता है। माहवारी के बीच स्पॉटिंग या भारी रक्तस्राव हो सकता है, या माहवारी असामान्य रूप से भारी हो सकती है। बड़े कैंसर से रक्तस्राव की संभावना अधिक होती है और योनि से दुर्गंधयुक्त स्राव और पेल्विक क्षेत्र में दर्द हो सकता है।इसमें आपको पीठ के निचले हिस्से में दर्द और पैरों की सूजन हो सकती है।
अगर आपको इनमे से कोई भी लक्षण अपने अंडर दीखते है तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करे और हर ६ महीने पर अपना हेल्थ चेकउप जरूर से करवाए।