खुद को मरा साबित करने के लिए कॉलगर्ल की हत्या:अपने कपड़े पहनाए, चेहरा तेजाब से जलाया

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गौतमबुद्ध नगर में एक लड़की ने आत्महत्या की, सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें लिखा था, “मैं अपनी इच्छा से मर रही हूं।” 13 नवंबर की सुबह लड़की के परिजन ने घर में जले हुए चेहरे वाली लाश देखी। उन्होंने बेटी को मरा समझकर बिना पुलिस को बताए अंतिम संस्कार कर दिया।

जिसका अंतिम संस्कार हुआ दरअसल वह लड़की मरी ही नहीं थी। उसने प्रेमी के साथ मिलकर एक कॉल गर्ल की हत्या की और फरार हो गई। हत्या का खुलासा तब हुआ जब मरने वाली लड़की के भाई ने उसके गुम होने की शिकायत पुलिस में की।

प्रेमी से शादी करना चाहती थी, परिवार के सामने खुदकुशी का नाटक रचा

आरोपी पायल और अजय ने फिल्मी अंदाज में मर्डर किया। पहले दोनों ने कॉल गर्ल का गला रेत दिया। फिर सबूत मिटाने के लिए पायल ने लाश को अपने कपड़े पहनाए। इतना ही नहीं उसका चेहरा तेजाब से जला दिया ताकि खुद को मरा साबित कर सके।

बिसरख पुलिस ने आरोपी लड़की पायल का नंबर ट्रेस किया। तो वह उसके प्रेमी अजय तक पहुंची। सख्ती से पूछताछ में अजय ने पूरा सच उगल दिया। पुलिस ने बताया पायल, अजय से शादी करना चाहती थी। परिवार उसे रोके न इसलिए उसने खुद को मरा हुआ बताने की साजिश रची। उसने सोचा परिवार उसे मरा समझेगा और वह अपने प्रेमी के साथ आराम से रह सके। पुलिस ने हत्या मामले में अजय ठाकुर और पायल को हिरासत में ले लिया है।

प्रेमी से कहा था- मेरे जैसी दिखने वाली लड़की लाना
दादरी के बढ़पुरा गांव की पायल की फेसबुक से अजय ठाकुर से दोस्ती हुई। जो कुछ दिन बाद प्रेम में बदल गई। दोनों ने घर से भागने की प्लानिंग की। पायल ने अजय से कहा कि वह कोई ऐसी लड़की लाए जिसकी कद-काठी उसके जैसी हो।

अजय ने कॉल गर्ल खुशी (बदला हुआ नाम) को बुलाया। वह उसे पहले से जानता था। अजय 12 नवंबर की रात खुशी को लेकर पायल के घर पहुंचा। यहां दोनों ने मिलकर खुशी का गला काट दिया। उसके बाद पायल ने खुशी को अपने कपड़े पहना दिए। साथ ही एक सुसाइड नोट भी छोड़ा। पहचान उजागर न हो इसलिए खुशी का चेहरा तेजाब से जला दिया। फिर दोनों भाग गए।

एक साल पहले पायल के माता-पिता ने की थी आत्महत्या
एक साल पहले पायल के माता-पिता ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया था। पायल अपने दो भाइयों के साथ बढ़पुरा गांव में रहती थी। फेसबुक पर दोस्ती के बाद अजय पायल के घर आने-जाने लगा। पायल अजय से मिलने के लिए अपने भाइयों के खाने में नशीला पदार्थ मिला देती थी, जिससे उन्हें घर में आने-जाने वालों का आभास तक नहीं होता था।

मृतक का भाई बोला- मैं कैसे मानूं वो मेरी ही बहन थी
मामले की जानकारी होने पर मृतक खुशी का भाई थाने पहुंचा। उसने कहा, ”मेरी बहन 12 नवंबर को ड्यूटी करके निकली, लेकिन वह घर पर नहीं पहुंची, मैंने उसके साथ काम करने वालों से बात की लेकिन कुछ भी पता नहीं चल सका। दो दिन बीतने के बाद मैंने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने कॉल डीटेल निकाली और जांच शुरू की। पुलिस को अजय ठाकुर का नंबर मिला। जो उसी दिन से गांव से गायब था। पुलिस ने अजय की कॉल डीटेल निकाली और मोबाइल लोकेशन ट्रेस किया। पुलिस उसे गौर सिटी से हिरासत में ले लिया।

जब पायल के घर में एक लड़की की चाकू मारकर और उस पर तेजाब डालकर हत्या कर दी गई तो उसके परिजनों ने उसे आत्महत्या कैसे समझा। कोई खुद का गला और अपने ऊपर तेजाब डालकर अपनी आत्महत्या कैसे कर सकता है? मामले की शिकायत उसके भाइयों ने पुलिस से क्यों नहीं की। मैं कैसे मान लूं कि वह मेरी ही बहन थी, मैंने 20 दिन पहले खुशी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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