न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
द्वारका एक्सप्रेस-वे जो की देश का सबसे अनोखा एक्सप्रेस-वे है वो आज यानी 11 मार्च 2024 को लोगों के लिए खुल चूका है, इस एक्सप्रेस-वे का उद्धघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया है. आपको बतादें की इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल, CM मनोहर लाल खट्टर भी पीएम मोदी के साथ शामिल हुए थे, साथ ही स्थानीय सांसद राव इंद्रजीत सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी इस मौके पर शामिल हुए थे. पीएम मोदी ने इस खास अवसर पर कहा है की “मुझे इस देश को द्वारका एक्सप्रेस-वे समर्पित करने में बहुत खुशी हो रही है”, साथ ही उन्होंने कहा की “इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 9000 करोड़ रूपये की लगत आयी है, और इसके आने से दिल्ली से गुरुग्राम तक लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आएगा”.
द्वारका एक्सप्रेस-वे का क्या मकसद है?
जानकारी के अनुसार करीब-करीब 4,100 करोड़ रुपये की लागत से ये 8 लेन वाले द्वारका एक्सप्रेस-वे का 19 किलोमीटर लम्बा हरियाणा खंड बना है, और इस द्वारका एक्सप्रेस-वे को बनाने के मकसद की बात करें तो ये नेशनल हाईवे-48 पर दिल्ली-गुरुग्राम के बीच की दुरी को कम करने और जो इस बीच यहां भीड़ मौजूद होती है उसको कम करने के लिए बनाया गया है.
क्यों है ये प्रोजेक्ट इतना खास ?
इस निर्माण में बारह हज़ार से ज्यादा पेड़ो का ट्रांसप्लांट हुआ है, तो वहीं एफिल टावर के निर्माण के समय जो एमिटी स्टील का इस्तेमाल हुआ था उससे 30 गुना ज्यादा इस द्वारका एक्सप्रेस-वे में 2 लाख एमिटी स्टील का प्रयोग होगा, और ये बुर्ज खलीफा से 6 गुना ज्यादा है. लोगों के लिए द्वारका एक्सप्रेस-वे से एयरपोर्ट तक जाने के लिए 3.6 किलोमीटर की एक लम्बी सुरंग बनी है. और ऐसा माना जा रहा है की दिल्ली से गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे तक का जो बड़े जाम का दबाब लोगों और सड़कों पर देखा जाता है वो इस प्रोजेक्ट के माध्यम से बहुत कम हो सकता है.