वाराणसी में शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात के बाद शुक्रवार को बारी यूपी के सांसदों की थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी के करीब 40 सांसदों को सुबह नाश्ते पर बुलाया था और इस दौरान उन्हें कई मंत्र दिए। सांसदों से मुलाकात में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें पार्टी और समाज के वरिष्ठ नेताओं से बात करनी चाहिए और उनके अनुभवों से सीखना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने सांसदों से खेलों और वेलनेस प्रोग्राम्स से भी जुड़ने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को जोड़ने के लिए यह जरूरी है कि खेलों के आयोजन किए जाएंगे।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मुलाकात में स्पोर्ट्स इकॉनमी को भी मजबूत करने की बात कही।’ इसके अलावा सभी सांसदों को उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने के लिए कुछ अलग तरीकों को लेकर सुझाव भी मांगे। पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘इस मीटिंग में यूपी के सभी सांसद मौजूद नहीं थे। इसमें कुल 40 सांसदों ने हिस्सा लिया और इसमें से ज्यादातर लोकसभा के थे।’ दरअसल यूपी के तमाम सांसद प्रदेश में चुनाव प्रचार में जुटे हैं और इसके चलते शीत सत्र में नहीं हैं।
मीटिंग में मौजूद नहीं थे अजय मिश्रा टेनी
नरेंद्र मोदी की ओर से बुलाई इस मीटिंग में विवादों में चल रहे गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी मौजूद नहीं थे। इस मीटिंग में जो सांसद मौजूद थे, उनमें महेश शर्मा, कीर्तिवर्धन सिंह, ब्रज भूषण शरण सिंह, रमापति राम त्रिपाठी और लल्लू सिंह जैसे नेता शामिल थे। इन नेताओं में ज्यादा पूर्वी यूपी से सांसद हैं। बता दें कि भाजपा पूर्वी यूपी पर खासा जोर दे रही है। बीते 8 सप्ताह में पीएम नरेंद्र मोदी 6 बार ईस्ट यूपी के दौरे कर चुके हैं। यही नहीं 18 दिसंबर से अगला राउंड शुरू हो रहा है और 10 दिनों में वह चार बार उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे।
सांसदों को जब PM मोदी ने दी थी बदलाव लाने की चेतावनी
सांसदों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की यह चौथी इस तरह की मुलाकात है। इससे पहले वह मध्य प्रदेश, पूर्वोत्तर और दक्षिण के राज्यों के सांसदों के साथ मीटिंग कर चुके हैं। बता दें कि शीत सत्र के दौरान संसदीय दल की मीटिंग के दौरान भी उन्होंने सांसदों को कुछ मंत्र दिए थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान सदन में न आने वाले सांसदों को चेतावनी देते हुए कहा था कि उन्हें बदलना होगा, अन्यथा बदलाव खुद हो जाएगा।