जब किसी घर में एक बेटी जन्म लेती है तभी से उसके माँ पिता उसके शादी के लिए धन जोड़ना शुरू कर देते है और कई घर में बेटी बोझ सी लगने लगती है। लेकिन आज की कहानी ऐसी है जहाँ 20. बेटियों की शादी काफी धूमधाम से की गयी है जी हाँ ये खबर है जमशेदपुर की जहाँ बहरागोड़ा विधान सभा के 20 बेटियों की शादी धूम धाम से की गई और इस शादी के गवाह भी हजारों लोग बनेंगे।
चलिए इस खबर में आज आपको एक ऐसे पिता से आपसे मिलाते है जो अबतक 168 बेटियों की शादी करा चुके है ।और आज उनके द्वारा 20 बेटियों की शादी करायी गई है और वो इस सामूहिक विवाह समारोह के संरक्षक है जी हाँ हम बात कर रहे है भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डाॅ दिनेशानंद गोस्वामी की जिनके अपने प्रयास से बीते सात सालों से गरीब बेटियों की शादी करायी जा रही है ,और आज के सामूहिक विवाह मे मुख्य अतिथि के तौर पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भारती घोष पहुंची थी , जिन्होंने वर वधु को आशीर्वाद दिया ।
और ऐसा बिलकुल भी नहीं है की वो ये सब लाइमलाइट में आने के लिए कर रहे है और शादी रुखा सूखा निपटा रहे है बल्कि पुरे ढोल नगाड़े , बाजे गाजे के साथ खूब सारा तोहफा देकर शादी करवाई जा रही है। और तो और ढोल नगर के साथ बहरागोड़ा के मुख्य पथ होते हुए दुल्हे के साथ वर पक्ष के लोग सामूहिक विवाह स्थल पर पहुंचे है ।वही आपको बता दे की महिलाओं ने पुरे विधि विधान के साथ वर की आरती उतारी , उन्हे चुमा और शंख की ध्वनी के साथ दुल्हे को मंडप पर बैठाया । विवाह स्थल पर 20 मंडप बनाये गये थे , सभी मंडप पर पंडित , वर , वधु और उनके माता पिता के साथ परिवार वाले की बैठने की व्यवस्था की गयी थी । इस विवाह समारोह में लगभग दस हजार से अधिक लोग शामिल होकर इसके गवाह बने, और बेटियों को आशीर्वाद दिया ।
आपको बता दे कि बीते सात सालो से सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है और यह आठवा वर्ष है और अबतक कुल 168 बेटियों की शादी कन्यादान डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने किया है । गांव गांव से बेटियों की शादी करने से पहले ग्राम सभा कर तय की जाती है , इसके बाद ही सामूहिक विवाह करायी जाती है । विवाह मे बेटियों को उपहार के तौर पर सोने के कंगन, गद्दा,गोदरेज समेत अन्य समान दिये गये ।
इस विवाह समारोह में समाज के अत्यंत गरीब तबके के लोगों की सुपुत्रियों का विवाह किया गया । साथ ही वर को शपथ दिलायी गयी कि वे कभी जीवन मे नशीले पदार्थों के सेवन नही करेंगे, और घरेलू हिंसा में शामिल नही होंगे।