कानपुर-आए दिन शहर में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को रोकना धीरे-धीरे कानपुर पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है. जहा अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अपराधी किसी न किसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं । तो वही आजकल कानपुर पुलिस की कार्यशैली पर भी कई सवाल खड़े होते जा रहे हैं.

थाना बाबू पुरवा क्षेत्र के बाकरगंज बाजार में देखने को मिला,जहा बीते दिन दो दुकानदारों के बीच हुए विवाद में करीब आधा दर्जन लोगों द्वारा दुकानदार के साथ मारपीट कर दुकान में डकैती की घटना को अंजाम दिया गया । सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों का मेडिकल कराकर पीड़ित नईम की तहरीर पर एफ.आई.आर तो दर्ज कर ली पर राजनीतिक दबाव के कारण अगले दिन पीड़ित और उसके साथियों पर लूट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया ।

हैरत की बात तो यह है कि बाबू पुरवा पुलिस द्वारा डकैती के आरोपियों की पैरवी कर पीड़ित और उसके साथियों पर लूट जैसे गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पीड़ित पर समझौते का दबाव बनाया जाने लगा । जिससे परेशान होकर बुधवार को पीड़ित और उसके परिवार ने कानपुर के पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित की माने तो पुलिस कमिश्नर की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच कराकर पीड़ितों को न्याय दिलाने की बात कही गई । जहा एक ओर प्रदेश के मुखिया और जिले के आला अधिकारियों द्वारा निरंतर अपराधियों पर लगाम लगाने की बात कही जा रही है वही थाना बाबू पुरवा पुलिस द्वारा लगातार डकैती के आरोपियों की पैरवी करने का मामला सामने आ रहा है । क्षेत्रीय जनता की माने तो बाबू पुरवा पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्य से समस्त विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं ।
