राजेश कुमार
बिहार में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सख्तियों का एलान हो गया है। हमने जैसा बताया था, सरकार ने पूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाने का निर्णय लिया है। वीकेंड लॉकडाउन को भी फिलहाल आगे के लिए टाल दिया गया है। जो सबसे बड़ा फैसला है, वह बिहार में हर रोज नाइट कर्फ्यू का है। मतलब रात 9 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक अनावश्यक बाहर नहीं निकल सकेंगे। वैसे इस वक्त में यात्रा कर सकेंगे। आवश्यक सेवाओं पर कोई रोक नहीं रहेगी। CM नीतीश कुमार ने आज करीब चार घंटों तक चली मीटिंग के बाद खुद प्रेस कांफ्रेंस किया, जिसमें नाइट कर्फ्यू के साथ लिए गए अन्य निर्णयों की जानकारी दी। यह सभी फैसले तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।
बिहार में अब क्या सख्ती, क्या सहूलियत
हम आगे आपको बताने जा रहे है, उन निर्णयों के बारे में, जिनका एलान आज CM ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में किया है। पहले बात सख्तियों की-
- हर रोज रात 9 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू। यात्रा और शादी समारोह पर यह लागू नहीं होगा।
- पहले की ही तरह हर जिले, ब्लॉक स्तर पर कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे। इनमें लोगों को हर तरह की सुविधा दी जाएगी।
- स्कूल-कॉलेज व अन्य शैक्षणिक संस्थान जो 18 अप्रैल तक बंद थे, उसे बढ़ाकर 15 मई तक कर दिया गया है।
- सभी दुकानें और मंडियां अब शाम 6 बजे तक ही खुलेंगी, पहले 7 बजे तक खुला करती थीं।
- सब्जी, फल और मांस-मछली की दुकानें भी शाम 6 बजे तक ही खुलेंगी।
- सिनेमा हॉल, मॉल, क्लब, जिम, स्विमिंग पूल बंद।
- सरकारी और निजी कार्यालय शाम 5 बजे तक ही खुले रहेंगे।
- सभी तरह के सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध रहेगा।
- भीड़ को नियंत्रित करने के लिए धारा 144 लगाई जाएगी। जिला मुख्यालय और प्रखंड कार्यालय में धारा 144 लागू करके भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा। सभी जिलाधिकारियों को धारा 144 लगाने का अधिकार दिया गया।
- शादी-विवाह कार्यक्रम में 100 लोगों को अनुमति।
- दफन और दाह संस्कार में 25 लोगों को अनुमति।
- रेस्टोरेंट, भोजनालय, ढाबे में बैठकर खाना प्रतिबंधित। होम डिलीवरी कर सकते हैं, लेकिन रात 9 बजे तक ही।
- सभी धार्मिक संस्थानों को 20 अप्रैल तक बंद रखने का पहले आदेश दिया गया था। उसे बढ़ाकर 15 मई कर दिया गया है।
अब जानिए, क्या मिलेंगी सहूलियतें
आज हुए फैसलों में सरकार ने छात्र, मरीज, प्रवासी – सबके लिए सहूलियतों का एलान किया है-
- बिहार के सभी स्कूल-कॉलेज 15 मई तक बंद रहेंगे। हालांकि इस दौरान किसी भी तरह की परीक्षा नहीं ली जाएगी।
- CM ने कहा कि एंबुलेंस की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी, जितनी भी जरूरत पड़ेगी, उतनी एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएगी।
- ग्रामीण कार्य विभाग और नगर विकास विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में मास्क उपलब्ध कराया जाएगा।
- मोहल्लावार दुकानें खोलने की अनुमति होगी। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा तय किया जाएगा। भीड़-भाड़ वाले मंडियों को बड़े इलाकों में स्थनांतरित किया जा सकेगा।
- सारे चिकित्सा कर्मी और चिकित्सकों को 1 माह का वेतन अतिरिक्त दिया जाएगा।
- परीक्षाओं पर रोक में कॉम्पिटिटिव एग्जाम नहीं आएंगे। यह निर्देश BPSC, SSC और तकनीकी चयन आयोग परीक्षा पर लागू नहीं होगा।
- मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और अनुमंडल अस्पतालों में गंभीर मरीज के उपचार की व्यवस्था की जाएगी।
- होम आइसोलेशन के व्यक्ति की डेली मॉनिटरिंग की जाएगी।
- सभी सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में लिक्विड गैस ऑक्सीजन के प्लांट की व्यवस्था की जाएगी।
कोरोना के ताजा हालत में 13 राज्यों में है लागू हैं यह पाबंदियां
आज की तारीख में देश के कुल 13 राज्यों और दो केंद्रशासित क्षेत्रों चंडीगढ़ व जम्मू-कश्मीर में वीकली लॉकडाउन/नाइट कर्फ्यू/ कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगाई गई हैं।
- उत्तर प्रदेश – राज्य में आज से ही रविवार को बंदी का ऐलान किया गया है। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़ सबकुछ बंद रहेगा। यहां बीते चार दिनों से लगातार 20 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, जो रोज बढ़ रहे हैं।
- दिल्ली – देश की राजधानी में बीते शुक्रवार से ही वीकली लॉकडाउन की घोषणा हुई है। शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक आश्वश्यक सेवाओं को छोड़ सबकुछ बंद रहेंगे। यहां बीते चार दिनों में हर रोज 15 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, जो रोज बढ़ रहे हैं।
- पंजाब – इस माह के पहले हफ्ते से ही 30 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू पूरे प्रदेश में लागू किया गया है। यहां बीते चार दिनों में हर रोज औसतन 3500 के करीब नए मामले सामने आ रहे हैं।
- मध्य प्रदेश – राज्य में भोपाल-इंदौर सहित लगभग सभी बड़े शहरों में पूर्ण लॉकडाउन है। आवश्यक सेवाओं को छोड़ सबकुछ बंद है। स्थानीय स्तर पर प्रशासन जरूरत के अनुसार सेवाओं को खोलने-बंद रखने पर निर्णय लेती है। यहां बीते तीन दिनों में नए मामले सामने आने की संख्या 10 हजार के पार हो गई है।
- महाराष्ट्र – राज्य में बीते 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। एक जगह चार से ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकते। आवश्यक सेवाओं के अलावा अन्य गतिविधियां कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए जारी रहेंगी। यहां बीते 6 अप्रैल से ही हर रोज 50 हजार से ज्यादा मामले आ रहे हैं। कर्फ्यू लगाए जाने के बाद पिछले तीन दिनों में हर रोज 60 हजार से अधिक मामले आए हैं।
इनके अलावा बाकी राज्यों में भी उन क्षेत्रों में वीकेंड लॉकडाउन/नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, जहां कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ में बीते शुक्रवार से वीकेंड लॉकडाउन की शुरुआत हुई है। शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सबकुछ बंद रहेगा। जम्मू-कश्मीर में 9 अप्रैल से सभी शहरी क्षेत्रों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। यहां 10 अप्रैल के बाद से हर रोज औसतन 1000 नए मामले सामने आए हैं।
शनिवार को हुई थी सर्वदलीय बैठक
बिहार के राज्यपाल ने कोरोना से बिगड़ते हालात को देखते हुए शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसमें CM नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत सभी दलों के प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया। वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में सभी दलों ने इस हालात को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए। प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने 30 सुझाव दिए तो BJP ने वीकेंड लॉकडाउन लगाने की बात कही थी। तेजस्वी यादव ने अपने सुझाव में कहा था कि एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाए, जिसमें Epidemiologist, Public Health Experts और तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि हों। ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की निर्बाध सप्लाई चेन सुनिश्चित की जाए और उसकी कालाबाजारी पर कठोर कार्रवाई की जाए।