न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
बीते दिनों में जैसा की ये देखा गया है की बारिश काफी कम देखने को मिल रही है, ऐसे में कुछ ऐसे शहर भी है जहां पानी का स्तर काफी कम हो गया है, जिसकी वजह से शहर में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्यूंकि वहां की झीलें और कुछ छोटी नदियां बारिश न होने की वजह से सूख चुकी है, जो पानी आने का लगभग एक मात्र सहारा हुआ करती थी. अब अगर बात करें बंगलुरु की जो की कर्नाटक की राजधानी है, यहां अलग – अलग अंतराष्ट्रीय कंपनियां भी मौजूद है जिस वजह से इसे भारत की आईटी और स्टार्टअप राजधानी भी बोला जाता है. लेकिन अब हैरानी की बात तो ये है की इस शहर में भी पानी की किल्ल्त हो चुकी है, सिर्फ छोटे घर ही नहीं बल्कि बड़ी से बड़ी सोइटियों में रहने वाले लोगों को भी अब पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. और यहां तक की बेंगलुरु के मुख्यमंत्री के आवास में भी अब पानी की किल्ल्त हो चुकी है. अब इस वजह से हर कोई परेशान हो रखा है.
सरकार ने उठाया बड़ा कदम :
पानी की समस्या कोई आम समस्या नहीं है और इसलिए सरकार की तरफ से भी इस आपदा को दूर करने के लिए कुछ नए फैसले लिए गए हैं, सीवेरज बोर्ड और जल आपूर्ति ने इस पर विचार करते हुए पेयजल के उपयोग पर प्रतिबन्ध लगा रखा है, और कहा है की जो भी इस आदेश को नहीं मानेगा या उसका उल्लंघन करेगा उस व्यक्ति को 5,000 रुपये का जुरमाना देना पड़ेगा। जानकारी के लिए बतादें की बढ़ते तापमान की वजह से बारिश के आसार दूर – दूर तक नज़र नहीं आ रहे है, जिसकी वजह से पानी का स्तर काफी ज्यादा नीचे जा चूका है, और लोगों को पानी की समस्या से गुज़ारना पड़ रहा है.
लेकिन पानी बचाना सिर्फ सरकार की ही नहीं बल्कि हम सब की जिम्मेदारी है, इसलिए कोशिश करें जितना हो सके पानी का कम इस्तेमाल करें, और ज्यादा पानी का बर्बाद न करें।