दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार के द्वारा आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया। आपको बता दे की छत्रसाल स्टेडियम में राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह मनाया गया है जहां मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि भगवान राम से हमें त्याग करने की सीख मिलती है। उन्होंने कभी जाति धर्म को नहीं माना था। राम राज्य में सभी अपने धर्म का पालन करते हैं।
गणतंत्र दिवस के संबोधन में सीएम केजरीवाल ने कहा कि रामायण की तरह राम राज्य की परिभाषा के अनुसार शहर पर शासन करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में शिक्षा व्यस्था को बदला। दिल्ली में राम राज्य से प्रेरित होकर शासन किया। राम राज्य का मतलब सुख-शांति वाला शासन होता है। सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि हम बुजुर्गों को अयोध्या भेजेंगे।
साथ ही अरविंद केजरीवाल कहा की भगवन राम ने कभी भी जाति और धर्म के नाम पर कभी भेदभाव नहीं किये लेकिन आज हमारा समाज धर्म और जाति के नाम पर बांटा हुआ है…
दिल्ली सरकार ने बदला शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य सेवा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश है कि कोई भी भूखा न सोए। सभी को लिए पूर्ण रूप से शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा दी जाये।साथ ही उन्होंने कहा की मैं यह नहीं कह रहा हूं कि शहर में इन मामलों में चीजें आदर्श हैं, लेकिन वे उस उद्देश्य की ओर अपने कदम बढ़ा रहे हैं।
अयोध्या तीर्थयात्रा के लिए आए अनुरोध….
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार जल्द ही उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हाल ही में उद्घाटन किए गए राम मंदिर के लिए तीर्थयात्रा पर भेजेगी। हमने अब तक 83,000 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्राओं पर भेजा है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से अयोध्या में तीर्थयात्रा आयोजित करने के लिए कई अनुरोध भी आए हैं। हम जल्द ही ऐसा करेंगे और जितना संभव हो उतने लोगों को वहां ले जाएंगे।