न्यूज़ डेस्क : (GBN24)\
भारत में जल्द ही बुलेट ट्रेन की शुरुवात हो सकती है। क्योकिं भारत और जापान के बिच बुलेट ट्रेन को खरीदने की चर्चा जारी है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही भारत जापान से E5 सीरीज की 6 बुलेट ट्रेन खरीदेगा। मिली जानकारी के मुताबिक साल 2026 में गुजरात में पहली ट्रेन शुरू हो सकती है। तो वहीं नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) कई ट्रेनों और ऑपरेटिंग सिस्टम को खरीदने के लिए बोली लगाने वाला है। जापान की बनी ये ई5 सीरीज की शिंकानसेन बुलेट ट्रेनसेट दुनिया में सबसे बेहतरीन माने जाते हैं। यहां तक कि इसे दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन भी कहा जाता है। आइये जानते है इसकी खासियत….
E-5 सीरीज बुलेट ट्रेन की खासियत…
E5 सीरीज श्रृंखला शिंकानसेन बुलेट ट्रेन जापान की सबसे हाई स्पीड ट्रैन है, इसे जापान में हायाबुसा भी कहा जाता है। E5 सीरीज बुलेट ट्रेन के निर्माता हिताची और कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज हैं। इस बुलेट ट्रेन की रफ्तार 320 किमी प्रति घंटा।बता दें, इस बुलेट ट्रेन के बनने के बाद जब इसका परीक्षा लिया गया तो ये 400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती थी। हालाँकि, 2012 से यात्रियों और पर्यावरण की सुविधा के लिए इसकी अधिकतम गति 320 किमी प्रति घंटे तय की गई। हो सकता है भारत में भी ये इसी स्पीड से चलेगी। बुलेट ट्रेन को बनाने का उद्देश्य आरामदायक और तेज़ रफ़्तार है।
इस ट्रेन की लंबी नाक ‘टनल बूम’ को रोकती है, जो कि ट्रेन के तेज गति से सुरंग में प्रवेश करने पर शोर से बचाती है। अब बात करें इसकी बोगियों कि तो इसे इस तरह से कवर करते हुए बनाया गया है कि वायुगतिकीय ध्वनि को कम करे। दरअसल जब ट्रेन तेज़ रफ़्तार में चलती है तो जो शोर पैदा होता है वो नीचे लगे उपकरणों और ध्वनि अवशोषक सामग्रियों द्वारा अवशोषित हो जाता है.
इसकी बोगियां इस तरह कवर करते हुए बनाई गई है कि वायुगतिकीय ध्वनि को कम करती है. जब ट्रेन दौड़ती है तो जो शोर पैदा होता है, वो नीचे लगे उपकरणों और ध्वनि अवशोषक सामग्रियों द्वारा अवशोषित हो जाता है यानि सोख लेता है।
अब अंदर के हिस्से की बात करें तो सीटें असली चमड़े से बनाई गयी है। यात्रियों के आरामदायक माहौल के लिए गहरे रंग की लड़की के साथ साथ धातु तत्वों का भी इस्तेमाल किया गया है। इस फ़ास्ट E-5 सीरीज बुलेट ट्रेन की कीमत 11,000 करोड़ बताई जा रही है।