प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के स्थापना दिवस के कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि एक ही प्रकार की किसी घटना में कुछ लोगों को मानवाधिकार का हनन दिखता है और वैसी ही किसी दूसरी घटना में उन्हीं लोगों को मानवाधिकार का हनन नहीं दिखता। इस प्रकार की मानसिकता भी मानवाधिकार को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाती है।
मोदी ने कहा कि मानवाधिकार का बहुत ज्यादा हनन तब होता है जब उसे राजनीतिक रंग से देखा जाता है, राजनीतिक चश्मे से देखा जाता है, राजनीतिक नफा-नुकसान के तराजू से तौला जाता है। इस तरह का सलेक्टिव व्यवहार, लोकतंत्र के लिए भी उतना ही नुकसानदायक होता है।
NHRC के स्थापना दिवस कार्यक्रम में मोदी बोले- भारत ने पूरे विश्व को अहिंसा का मार्ग सुझाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में कहा कि ये आयोजन ऐसे समय हो रहा है जब हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत ने पूरे विश्व को अधिकार और अहिंसा का मार्ग सुझाया। हमारे बापू को पूरा विश्व मानवाधिकार मूल्यों के रूप में देखता है। मुझे संतोष है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भारत के नैतिक संकल्पों को ताकत दे रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद भी भारत ने लगातार समानता और मानवाधिकार से जुड़े विषयों में नया विजन दिया है। ऐसे कितने ही अवसर विश्व के सामने आए हैं जब दुनिया भ्रमित हुई है, भटकी है। लेकिन भारत मानवाधिकारों के प्रति प्रतिबद्ध रहा है। सजग रहा है। साथियों आज देश सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास औश्र सबका प्रयास के साथ आगे बढ़ रहा है। हम हर योजना का लाभ सभी तक पहुंचे इस लक्ष्य तक पहुंचे इस भाव के साथ चल रहे हैं।