न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
भारत में इसी साल बहुत जल्द लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले एसबीआई ने इलेक्टोरल बॉन्ड देने वाली सभी कंपनियों की लिस्ट जारी कर दी है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को ये आदेश दिया था कि वे जल्द से जल्द चुनावी बॉन्ड का डाटा जारी करें. ऐसे में ईसीआई और एसबीआई ने मिलकर चुनावी चंदे के डाटा का ऐलान कर दिया है। कोई भी आम आदमी भारतीय चुनाव आयोग की वेबसाइट पर इसे आराम से देख सकता है। इसमें 763 पेज की दो फाइल अपलोड की गई है।
क्या होता है इलेक्टोरल बॉन्ड?
अगर इलेक्टोरल बॉन्ड की बात करें तो ये चुनाव में दिया जाना वाला एक चंदा होता है. साल 2017 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चुनाव में चंदे के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नियम बनाया था। इसके तहत अगर किसी को 2000 रुपए से अधिक का चंदा देना है तो उन्हें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के किसी भी ब्रांच में जाकर इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने होंगे. इसके बाद वे इसे अपनी पसंदीदा पार्टी को इसे दे सकते हैं और पार्टी इसका भुगतान भी करा सकती है.
आपको बता दें लोकसभा चुनाव 2024 में चुनावी चंदा पाने वाली पार्टियों में सबसे ऊपर भारतीय जनता पार्टी का नाम आता है। बीजेपी को इस बार 6,060 करोड़ रूपए मिले हैं। तो वहीं दूसरे स्थान पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का नाम भी शामिल है, जिन्होंने 1609 करोड़ रुपए इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए बटोरे हैं। कांग्रेस तीसरे स्थान पर है, जिन्हें 1322 करोड़ रुपए मिले हैं।
अगर बात करें सबसे अधिक चंदा देने वाली कंपनी का नाम तो इसमें सबसे ऊपर फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेस का आता है। उन्होंने इस चुनाव के लिए 1368 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। उनके अलावा दूसरे स्थान पर मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का नाम आता है, जिन्होंने 966 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। आइए आपको बताते हैं कुछ उन कंपनियों के नाम जिन्होंने सबसे अधिक चंदा दिए हैं-
1. फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज
फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज एक लॉटरी कंपनी है, जिसकी स्थापना साल 1991 में हुई थी और इसने साल 1368 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे हैं।
2. मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड
मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड डैम और पॉवर प्रोजेक्ट पर काम करती है। इस कंपनी की स्थापना साल 2006 में हुई थी और इसने 966 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं।
3. क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड
क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए 410 करोड़ रूपए खर्च किए हैं। ये कंपनी लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन का काम करती है और इसकी स्थापना साल 2000 में हुई थी।
4. वेदांता लिमिटेड
अगर वेदांता लिमिटेड की बात करें तो ये देश की सबसे पुरानी और बड़ी माइनिंग कंपनियों में से एक हैं। इस बार इस कंपनी ने 400 करोड़ रुपए के बॉन्ड खरीदे हैं। इस कंपनी की स्थापना साल 1965 में हुई थी।
5. हल्दिया एनर्जी पॉवर प्लांट
इस कंपनी ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव में 377 करोड़ रूपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। कंपनी का पॉवर प्लांट पश्चिम बंगाल के हल्दिया जिले में स्थित है और इसकी स्थापना 1994 में हुई थी.