-अमरदीप नारायण प्रसाद।
समस्तीपुर जिले के रोसड़ा अनुमंडल अंतर्गत सिंघिया प्रखंड के पंचायती राज कुंडल एक में करेह नदी एवं रिंग बांध के बीच काली का स्थान से लेकर रिंग बांध से सटे कटिंग तक हो रहे सड़क निर्माण में घोर अनियमितता बरती जा रही है। मनरेगा योजना द्वारा लगभग 13 लाख की लागत से बन रहे बारह सौ मीटर लंबी सड़क निर्माण से पूर्व योजना में मिट्टी करण तथा मिट्टी करण उपरांत ईट खरंजा लगाना योजना में समाहित है । हो रहे सड़क निर्माण में स्थानीय मजदूरों से मनरेगा द्वारा गारंटी रोजगार योजना तहत कार्य करना जैसी कई शर्तें योजना मद में समाहित थी।
प्रशासनिक सांठगांठ तथा स्थानीय कर्मचारियों के सहयोग से स्थानीय ठेकेदारों द्वारा सड़क निर्माण में योजना अंतर्गत बिना मिट्टी करण कराए सड़क में घटिया ईट से ईट सोलिंग का कार्य चल रहा है। इस बाबत पूर्व मुखिया ललिता देवी तथा मुखिया प्रत्याशी रहे बलवीर सिंह बतलाते हैं कि योजना में रोजगार सेवक तथा अन्य प्रशासनिक मिलीभगत के दम पर कार्यस्थल पर बिना इस योजना के शीलापट लगाए बीत चुके वित्तीय वर्ष की योजना को मूल रूप दिया जा रहा है, पूर्व में भी मिट्टी करण के नाम पर लाखों रुपए का बंदरबांट हो चुका है। हो रहे सड़क निर्माण में घटिया ईट द्वारा ईट सोलिंग का कार्य बिना स्थानीय मजदूर के सहयोग से कराया जा रहा है। बन रहे सड़क से स्थानीय आमजन को कोई लाभ होता नहीं दिख रहा है क्योंकि बाढ़ आने के बाद सड़क का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा, फिर भी मनरेगा योजना द्वारा लूट की नियत से इस योजना को धरातल पर लाया गया है।