बजट पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जिसे कुदरत ने कुछ नहीं दिया उसे यह बजट देगा। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा देशभक्ति हमारे मुंह पर नहीं है। हमारे दिल में भी राम है बगल में संविधान है। सिसोदिया नेता प्रतिपक्ष के सवालों पर जवाब दे रहे थे। उसी दौरान विपक्ष के विधायकों ने सदन से वाकआउट करके चले गए।
सिसोदिया ने कहा कि देशभक्ति की असली परिभाषा नागरिकों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं देना, बच्चों को अच्छी शिक्षा देना, महिला मोहल्ला क्लीनिक बनाना है। हमारे लिए तिरंगा लहराना और तिरंगे के साये में खड़े हर भारतीय को मान-सम्मान देना देशभक्ति है। युवाओं को रोजगार, व्यापारियों को व्यापार और जवानों और किसानों को सम्मान देना देशभक्ति है। ऐसा नहीं है कि हम किसानों के रास्ते में कील नहीं लगवाते है।
सिसोदिया से कहा कि विपक्ष जहा संभल कर रहे है। वह कह रहे है कि देशभक्ति पर उनके पिच खेल रहे है। हम उन्हें बताना चाहते है कि वह बचकर रहे। क्योंकि अब उनके सामने ऐसे देशभक्त, रामभक्त है जो कि मुंह में राम रखते है दिल में भी राम। मुंह में राम व बगल छूरी रखकर नहीं चलते है। बगल में जो संविधान है उससे हम रामराज्य लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि हमने बीते छह सालों में जो किया है उसे आगे बढ़ाने का बड़ा सपना देखा है।
विपक्ष ने सदन से किया वाकआउट
वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया के संबोधन के दौरान विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। सत्ता पक्ष की ओर से बार-बार हो रही नोक-झोक व गलत शब्दों का हवाला देते हुए नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी अपने विधायकों के साथ सदन से बाहर चले गए।