आज कल के भागदौड़ वाली जिंदगी में लोग अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल गए है और नतीजा ये है की घर- घर में बीमारी ने अपने पैर जमा लिए है खासकर दिल की बीमारी ,थाइरोइड ,ब्लड प्रेशर ,शुगर जैसी बीमारी आम सी हो गयी है। और अगर आंकड़ों की बात करे तो बीते कुछ सालों से दिल की बीमारियों के मरीज़ों की संख्या काफी तेज़ी से बढ़ रही है. हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट और हार्ट फेल के मामले बढ़ रहे हैं.और विशेषज्ञों की माने तो दिल की बीमारियों में बढ़ने का सबसे बड़ा कारण ख़राब लाइफ स्टाइल , ख़ान पान की बिगड़ी हुई हैबिट और कोविड वायरस है. 20 से 30 साल की उम्र में ही लोगों को हार्ट अटैक आ रहा है जिसमे से कई मामलों में तो मरीज़ की मौत भी हो चुकी है.जिनमे कई अभिनेता और अभिनेत्री तक शामिल है। कुछ दिन पहले ही सुष्मिता सेन के हार्ट अटैक होने की बातें सामने आयी थी तो वहीँ अभिनेता सिद्धार्त शुक्ला की मौत भी हार्ट अटैक की वजह से हुई थी। पर सवाल यहाँ पर ये उठता है की ये अभिनेता लोग तो अपने सेहत का बहुत ज्यादा ध्यान रखते है ,उनसब के बावजूद ये क्यों?
इसपर डॉक्टर्स का कहना है की लोगों में दिल की बीमारियों और इनसे बचाव को लेकर जानकारी की कमी है. अधिकतर लोगों को तो पता ही नहीं होता है , कि हार्ट के लिए किस तरह के टेस्ट कराने चाहिए और किस टेस्ट से हार्ट में ब्लॉकेज का पता चलता है?
इससे बचाव के लिए एक्सपर्ट्स का कहना है की समय पर हार्ट की ब्लॉकेज का पता लगाना ज़रूरी है और ब्लॉकेज की जाँच के लिए सबसे अच्छा टेस्ट सीटी एंजियोग्राफी है. इस टेस्ट से ब्लॉकेज की सटीक पहचान होती है, हालाँकि अधिकतर लोग इस टेस्ट को तब कराते हैं जब हार्ट अटैक आ जाता है, लेकिन ये नहीं करना चाहिए.
आइये आपको बताते है क्या होता है ये टेस्ट ….
दरअसल एंजियोग्राफी में सीटी स्कैनर और कंप्यूटर से हार्ट में ब्लॉकेज की पहचान की जाती है ,और ये आसान सा टेस्ट है जिसमे मरीज़ को दर्द नहीं होता और किसी भी ब्लॉकेज की पहचान हो जाती है।
इसके साथ ही आजकल लोगों में लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराने का चलन बढ़ गया है , इस टेस्ट से कोलेस्ट्रॉल कि जानकारी मिल जाती है. अगर कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो समय पर दवाई लेकर और खानपान से इसको ठीक किया जा सकता है. लेकिन कुछ लोगों को लिपिड प्रोफाइल के अलावा एंजियोग्राफ़ी भी करानी चाहिए.
एंजियोग्राफी किसे करवाना चाहिए….
– जिनका कोलेस्ट्रॉल 250 के पार है
– जिनके चेस्ट में दर्द रहता है
– जिनकी सांस जल्दी फूल रही है
– परिवार में किसी को हार्ट की बीमारी रही है
– ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ रहता है
– चेस्ट में भारीपन लगता है
_ और सही समय पर ईलाज
एक्सपर्ट्स की यदि माने तो अगर किसी को अपने में ये लक्षण यदि नज़र आ रहे है और एक साथ ये परेशानी हो रही है तो तुरंत अस्पताल जायें और समय पर लक्षण की पहचान और इलाज से हार्ट अटैक से खुद कला बचाव करे।