प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मुझे याद है जब वोटिंग के दौरान, ये तय था कि सत्ता पक्ष जीतेगा फिर भी डॉ. मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर सदन में आए थे और उन्होंने अपना वोट दिया।’
राज्यसभा में कई सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने वाला है। जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है उनमें से एक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल हैं। राज्यसभा में आज रिटायर हो रहे सदस्यों के लिए विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राज्यसभा पहुंचे और उन्होंने भाषण में कहा कि सांसदों की कभी विदाई नहीं होती वे अपने कामों के लिए हमेशा याद किये जाते हैं, इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की भी जमकर तारीफ की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मुझे याद है जब वोटिंग के दौरान, ये तय था कि सत्ता पक्ष जीतेगा फिर भी डॉ. मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर सदन में आए और अपना वोट दिया। ये अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक है। सवाल ये नहीं है कि वो किस को ताकत देने आए थे लेकिन मैं मानता हूं कि वो लोकतंत्र को ताकत देने आए थे।’ मनमोहन सिंह छह बार के सांसद हैं और वे साल 2004-2014 तक देश के 13वें प्रधानमंत्री रहे। पीवी नरसिम्हा की सरकार में मनमोहन सिंह वित्त मंत्री रहे थे और उन्हीं के कार्यकाल के दौरान देश की अर्थव्यवस्था में नई आर्थिक नीति का दौर शुरू हुआ।
सरकार के श्वेत पत्र के जवाब में कांग्रेस ने ब्लैक पेपर लाने का एलान किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा की कांग्रेस का ब्लैक पेपर उनकी सरकार द्वारा किए गए अच्छे कामों के लिए काला टीका है। कुछ विपक्षी सदस्यों के बांह पर काली पट्टी बांधकर आने पर प्रधानमंत्री ने कहा हमने देखा कि राज्यसभा में कुछ सदस्य काले कपड़े पहनकर आए हैं और फैशन परेड चल रही है। प्रधानमंत्री ने राज्यसभा से रिटायर हो रहे सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नई पीढ़ी इनके अनुभव से कुछ सीख लेगी। राज्यसभा से 68 सदस्य फरवरी से मई के बीच में अपना कार्यकाल पूरा कर रिटायर हो जाएंगे।