भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि सीएए लोकसभा चुनाव से पहले देश में लागू हो जाएगा। विपक्ष अफवाह फैला रहा है कि इस कानून से किसी की नागरिकता छीन ली जाएगी। उनका कहना है की लेकिन ये तो नागरिकता देने का कानून है।
न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान शिवराज चौहान ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि सीएए को लोकसभा चुनाव से पहले लागू कर दिया जाएगा। इस कानून को लागू करना जरुरी है। इस कानून को लेकर कई बार स्पष्ट किया जा चुका है कि किसी की भी नागरिकता नहीं छीनी जाएगी। यह उन लोगों को नागरिकता देगा, जिनके साथ पड़ोसी देशों में धार्मिक आधार पर भेदभाव और ज्यादती हुई है। इससे पहले यह खबरें सामने आई थीं कि लोकसभा चुनाव की घोषणा से काफी पहले ही इस कानून के नियमों को नोटिफाई कर दिया जाएगा।
2019 में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सीएए को संसद में पारित किया था। इसका उद्देश्य बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 के बाद भारत आने वाले गैर-मुस्लिमों यानी हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और इसाइयों को भारतीय नागरिकता देना है। पिछले लोकसभा और पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों से पहले सीएए को लागू करना एक बड़ा चुनावी मुद्दा साबित हुआ था और इसका फायदा भी बीजेपी को मिला था।
पश्चिम बंगाल में चौहान को कोलकाता जिले में हावड़ा क्लस्टर की दो लोकसभा सीटों की संगठनात्मक तैयारियों की जिम्मेदारी दी गई है। उनका यह भी दावा करना है कि भाजपा इस बार राज्य की 35 लोकसभा सीटों को हासिल करने के लक्ष्य को पूरा करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बंगाल में कट, कमीशन और करप्शन का शासन चल रहा है। तृणमूल कांग्रेस के कुशासन से राज्य के लोग तंग आ चुके हैं। हमने पिछली बार दो में से 18 सीटों का सफर तय किया था। हमें पूरा भरोसा है कि इस बार पश्चिम बंगाल में हम 35 से अधिक सीटें जीतने जा रहे है। 2019 के चुनावों में टीएमसी ने 22, भाजपा ने 18 और कांग्रेस ने दो सीटें जीती थी।
संदेशखली में हुए दंगों को लेकर शिवराज ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमला किया । उन्होंने कहा कि संदेशखली में जो हुआ वह दिल दहला देने वाला है। यह सब राज्य सरकार ने कैसे होने दिया। उधर, संदेशखली में लगातार छठे दिन भी प्रदर्शन होते रहे। महिलाओं ने बड़ी संख्या में सड़क पर आकर सरकार का विरोध किया। उन्होंने तृणमूल नेता शेख शाहजहां और उनकी कथित गैंग को गिरफ्तार करने की भी मांग की। उन पर जबरन जमीनों पर कब्जे करने और महिलाओं को यौन प्रताड़ित करने के आरोप लगाए गए है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की भी शिवराज ने आलोचना की। उन्होंने कहा कि मुझे तो यह समझ नहीं आता कि इस मुद्दे पर कांग्रेस चुप किसलिए है। कांग्रेस न्याय यात्रा निकाल रही है। संदेशखली में हो रहे अन्याय को लेकर चुप क्यों है? यह कांग्रेस के दोहरे मापदंड दिखाता है और अब उसकी पोल खुल गई है।
शिवराज ने इंडिया गठबंधन में पड़ी दरार को लेकर भी कांग्रेस का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के दो दल एनडीए में आ चुके हैं। शिवराज का कहना है कि इंडिया गठबंधन ऐसी पार्टियों का गठबंधन है, जिनकी विचारधारा मेल नहीं खाती है। इसलिए यह टूट तो होनी ही थी। कांग्रेस या उसके इंडिया गठबंधन पर लोग भरोसा क्यों करें? उनकी विचारधारा को लेकर कोई टिप्पणी नहीं है। यह ताश के पत्तों की तरह बिखर गया है और उनके साथी दल भी अब उन्हें छोड़कर जा रहे हैं। उनका आशय जेडी(यू) और आरएलडी की ओर था, जो पहले से ही भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो चुके हैं। उनका कहना है की इस देश के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दस साल में देश में हुए विकास पर भरोसा करते हैं।