न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
नहाने को लेकर पुरे विश्व में सबकी अलग-अलग मान्यताएं और तरीके हैं. उनमे से एक जनजाति ऐसी भी है जिसके लोग अपनी पूरी जिंदगी बिना नहाये गुज़ारते हैं. बावजूद इसके वो खुदको साफ रख लेते हैं. लेकिन इसके लिए वो एक खास तरह का सनान करते है. चलिए जान लेते है ऐसी कोनसी जनजाति है जो बिना नहाये साफ रहती है-
नहाने को लेकर पुरे विश्व में अलग-अलग धारणाये है. जैसे कुछ लोग सुबह जल्दी उठ कर नहाना पसंद करते हैं वहीं कुछ लोगों को शाम में नहाना पसंद आता हैं. किसी को गर्म पानी से नहाना पसंद है वहीं कुछ लोगों को ठन्डे पानी से नहाना। पर एक जनजाति ऐसी है जहाँ नहाना वर्जित माना जाता है. इसलिए वहां के लोग अपनी पूरी जिंदगी बिना नहाए व्यतीत करते है, फिर भी इस समुदाय के लोग साफ ही रहते है.
जैसा की सब जानते है की आदिवासी समुदाय के जो लोग होते हैं उनके रीति रिवाज सबसे हटके और अलग होते हैं. ये लोग अपने पूर्वजों के बनाई गयी परम्पराओं का पूरी तरह से पालन करते हैं, और ये लोग जिन इलाकों में रहते है वो पूरा इलाका इनका ही होता है उसपे किसी और का हक नहीं होता, इस बात पर सरकर भी ध्यान देती है की उनका अधिकार उनसे कोई और छीन न पाए.
कौन है ये जनजाति ?
आज हम जिस जनजाति की बात कर रहे है वो है अफ्रीका महाद्वीप के नामीबिया में रहने वाली हिंबा नाम की एक जनजाति है, जो अपनी पूरी जिंदगी नहीं नहाती है, क्यूंकि इस समुदाय की नहाने पर पाबन्दी है. इस जनजाति की महिलाएं केवल अपनी शादी वाले दिन ही नहाती है, और सिर्फ इतना ही नहीं आपको बतादें की इस समुदाय के लोग पूरी जिंदगी अपने कपड़े धोने के लिए भी पानी का उपयोग नहीं करते हैं. बतादें की इस जनजाति की कुल आबादी 50,000 है.
कैसे रखते है खुदको साफ़?
आप सबके मन में ये सवाल उठ रहा होगा की अगर ये लोग नहाते नहीं है तो खुदको कैसे साफ रखते होंगे, तो बतादें की ये लोग धुएं से सनान करते हैं, जिसमें खास जड़ी बूटियों को पानी में उबालकर उससे निकले भाप से खुदको साफ किया जाता है. इससे शरीर सुगंधित भी रहता है.
हिमंबा जनजाति के लोग आज भी अपनी सालों साल पुराने रीती रिवाजों को बखूबी निभाते है.