न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
साल 2005-06 से लेकर 2019-21 तक जिसका मतलब है 15 सालों के मछलियों की खपत के आंकड़ों का शोधकर्ताओं ने विश्लेषण करा है. जिसका मकसद था ये पता लगाना की आखिर मछलियों की खपत में India में अचानक कैसे और कितनी बढ़ोतरी हो गयी. और देखे गए इन आंकड़ों के मुताबिक ये पता चला है की 730.6 (66%) मिलियन से 966 मिलियन तक मछलियों की खपत में बढ़ोतरी हुई है.
जैसा की सब जानते हैं की बड़े पैमाने पर India में उत्पादन किया जाता है. उन चुनिंदा देशों में खपत के मामले भारत देश भी शामिल हैं जहां बड़ी संख्या में लोग मछली खाते हैं. मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर, इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (आईसीआर) और वर्ल्ड फिश इंडिया की एक स्टडी इसको लेकर सामने आई है, इये स्टडी जिसका नाम है फिश कंजम्पशन ऑफ इंडिया इसके मुताबिक भारत में बीते कुछ सालों से काफी तेजी के साथ मछली की खपत बढ़ी है.
इन राज्यों में है सबसे ज्यादा मछली खाने वालों की संख्या:
एक रिपोर्ट के मुताबिक India के केरल, गोवा, तमिलनाडु के साथ ही उत्तर पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्य ऐसे हैं जहाँ पर सबसे ज्यादा मछलियों की खपत देखने को मिलती है. और अब समय के साथ – साथ जम्मू और कश्मीर में भी मछली की बढ़ती खपत देखने को मिल रही है. बतादें की यहां पर 20.9 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि पिछले 15 सालों में देखने को मिली है. और बात करें गोवा और केरल की तो वो मछलियों का सेवन करने में सबसे आगे हैं.
इन राज्यों में किया जाता है मछली का कम सेवन:
आपको बतादें हरियाणा, राजस्थान और पंजाब ये उत्तर भारत के उन राज्यों में से एक हैं जहाँ पर मछलियों का सेवन काफी ज्यादा कम किया जाता है.
लेकिन गौर करने की बात ये है की इतनी ज्यादा मछली की खपत में बढ़ोतरी होने के बाद भी पुरे देशभर में मछली का दूसरे मांसाहारी व्यंजनों के मुकाबले काफी कम उपयोग किया जाता है.