शिखर
न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
IPL के 17वें सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को अपने होम ग्राउंड़ एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में तीन मैचों में दूसरी हार का सामना करना पड़ा है। अब तक घर में सिर्फ दो टीमें ही मुकाबला हारी है जिनमे एक है मुंबई और दूसरी है बैंगलोर, और बैंगलोर तो दो मुकाबले हार चुकी है। लखनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ मैच में RCB को 182 रनों का टारगेट मिला था, जिसका पीछा करते हुए टीम 19.4 ओवरों में 153 रन बनाकर सिमट गई। और 28 रनों से इस मुकाबले को गँवा दिया है।
कल RCB के गेंदबाजों ने चिन्नास्वामी के मैदान पर 200 से पहले लखनऊ को रोका तो RCB के बल्लेबाज 150 के आस पास सिमट गए और सालों से यही होता आया है जिस दिन बल्लेबाजी अच्छी होती है गेंदबाजी नहीं जब गेंदबाजी अच्छी होती है तब बल्लेबाजी अच्छी नहीं होती है। कल के मुकाबले में फील्डिंग भी काफी खराब रही थी, पहले डिकॉक का कैच छोड़ा फिर पूरन का कैच छोड़ा और इन दोनों ने फिर गेंदबाजों को रिमांड पर लिया डिकॉक ने 56 गेंदों में जड़ दिए 81 रन वंही अंत में आकर पूरन ने जड़ दिए मात्रा 21 गेंदों में 40 रन। एक समय ऐसा लग रहा था की 165 तक ही रह जाएगी लखनऊ लेकिन पुरन को और RCB के फील्डर्स को ये मंजूर नहीं था और पूरन ने जड़ दिए आखरी के दो ओवर में 5 छक्के जिसमे एक सिक्स 106 मीटर का भी था और स्टेडियम से बाहर भी गया।
फाफ डू प्लेसिस ने बताई हार की वजह
फाफ डू प्लेसिस ने लखनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ मैच के बाद अपने दिए बयान में कहा कि हमने फील्डिंग के दौरान बड़ी गलतियां की जिसमें 2 बेहतरीन खिलाड़ियों के कैच छोड़ना हमारे लिए भारी पड़ गया। क्विंटन डी कॉक जब 25 से 30 रनों के बीच थे उनका उस समय और जब निकलस पूरन 2 रन पर थे। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने बाद में बल्ले से अपना कमाल दिखाया और 60 से 65 रन हमारी गलतियों की वजह से अधिक बन जिसका हमें इस मैच में खामियाजा भुगतना पड़ा। मयंक का एक्शन कुछ अलग है और उनको हमने पहले नहीं खेला है और जब उनके पास ऐसी गति है तो आपको उसका सामना करने के लिए थोड़ा समय चाहिए होगा, लेकिन उसकी गति और लय के साथ गेंद पर कंट्रोल बेहतरीन था। हमें इस टारगेट को हासिल करने के लिए 2 बड़ी साझेदारियों की जरूरत थी लेकिन वैसा हम नहीं कर सके.
रफ्तार का फिर दिखा कहर
मयंक यादव ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ खेले गए मैच में 4 ओवर गेंदबाजी की और सिर्फ 14 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए। मयंक ने रजत पाटीदार, ग्लेन मैक्सवेल और कैमरून ग्रीन जैसे स्टार बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। मयंक यादव ने अपने डेब्यू मैच में भी 3 विकेट हासिल किए थे। इसी के साथ 2 मैच में उनके 6 विकेट हो गए हैं और पर्पल कैप की रेस में दूसरे नंबर पर आ गए हैं। इस खिलाड़ी ने सिर्फ दो मुकाबले में ही सबको अपनी गेंदबाजी का मुरीद बना दिया है। जब सामने वाली टीम के खिलाड़ी भी आपकी तारीफ करे तो इससे पता चलता है की गेंदबाज के अंदर कितनी काबिलियत है।