न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
भारत को इसी साल जून में आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2024 (ICC T-20 World Cup 2024) में खेलना है। इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने नए कोच की तलाश करनी शुरू कर दी है। बता दें कि मौजूदा समय में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) भारतीय टीम के हेड कोच हैं और उनका कार्यकाल टी-20 वर्ल्ड कप के बाद समाप्त होने जा रहा है।
ऐसा लगता है कि BCCI द्रविड़ के कार्यकाल को आगे नहीं बढ़ाना चाहती है और इसीलिए वो जल्द से जल्द नए कोच के लिए विज्ञापन भी प्रकाशित करेगी। राहुल ने नवंबर 2021 में भारतीय टीम की कोचिंग की जिम्मेदारी संभाली थी और अब उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
बता दें कि वैसे तो द्रविड़ का कार्यकाल आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 के बाद ही समाप्त हो गया था लेकिन समय की कमी के कारण भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने उनका कार्यकाल बढ़ाया था। ये फैसला इस वजह से लिया गया था क्योंकि 6 महीने बाद ही टी-20 वर्ल्ड कप खेला जाना था। हालांकि, अब शायद राहुल द्रविड़ की छुट्टी होने वाली है।
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI जल्द ही नए कोच के लिए विज्ञापन निकालेगी। इसके बाद यही सवाल उठता है कि क्या राहुल द्रविड़ अब भारत के हेड कोच नहीं होंगे। हालांकि, इस मामले पर बात करते हुए बोर्ड के सचिव जय शाह ने कहा कि “राहुल द्रविड़ का कार्यकाल केवल जून तक है और अगर वो आगे भी इसके लिए अपनी दावेदारी पेश करना चाहते हैं तो वो आवेदन कर सकते हैं। शाह ने ये भी बताया कि अभी फिलहाल हमने ये तय नहीं किया है कि कोच भारतीय होगा या विदेशी. दोनों ही संभावनाएं हैं और इसका फैसला क्रिकेट सलाहकार समिति (CAA) करेगी.”
BCCI सचिन ने ये भी बताया है कि “बैटिंग कोच, बॉलिंग कोच और फील्डिंग कोच पर नए कोच की नियुक्ति के बाद विचार किया जाएगा। इसके अलावा इस बार जब कोच की नियुक्ति की जाएगी तो वो लंबे समय के लिए होगी, जो कम से कम तीन साल की अवधि तक इस पद पर बने रहेंगे.”
भारत के लिए कैसा रहा है राहुल द्रविड़ का कार्यकाल
राहुल द्रविड़ ने भारत का कोच रहते हुए काफी सफलता हासिल की है लेकिन वो टीम इंडिया को आईसीसी ट्रॉफी में जीत दिलाने में नाकाम रहे। उनकी कोचिंग में भारत को आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 फाइनल और आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. इसके अलावा उनकी कोचिंग में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज अपने नाम किया, जबकि इंग्लैंड में पहली बार कोई टेस्ट श्रृंखला ड्रॉ हुई। हालांकि, अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या फिर से द्रविड़ कोच बनेंगे या फिर टीम मैनेजमेंट में पूरी तरह से बदलाव देखने को मिलेगा।