न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
पिछले 20 वर्षों में पहली बार सूर्य से निकली एक तेज ज्वाला ने America में हलचल मचा दी है। पिछले दो दशक में ऐसी सौर ज्वाला पहले कभी नहीं देखी गई। सूर्य मे हुई इस हलचल से America के वैज्ञानिक भी बेहद हैरान हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार America में मंगलवार को सूरज से निकली ज्वाला इतनी ज्यादा असरदार थी कि उसे दो दशकों में पैदा हुई ज्वाला में सबसे बड़ी माना जा रहा है।बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही पृथ्वी पर भयंकर सौर तूफान का असर पड़ा था। इसकी वजह से अज्ञात स्थानों पर चमकदार उत्तरी रोशनी पैदा हो गयी थी। नासा की सोलर डायनेमिक्स वेधशाला ने ज्वाला की ‘एक्स-रे’ चमक को कैमरे में दर्ज किया। यह साल 2005 के बाद की सबसे गहरी चमक थी।
एनओएए के अनुसार, यह 11 साल के इस सौर चक्र की सबसे बड़ी चमक है, जो अपने चरम पर पहुंच रही है। अच्छी खबर यह है कि पृथ्वी इस बार आग के प्रभाव क्षेत्र से बाहर होनी चाहिए, क्योंकि सूर्य के एक हिस्से पर भड़की ज्वाला पृथ्वी से दूर जा रही है।
सौर ज्वाला क्या है ?
सौर ज्वाला सनस्पॉट से जुड़ी चुंबकीय ऊर्जा की रिहाई से आने वाले विकिरण का एक तीव्र विस्फोट है। सौर मंडल की सबसे बड़ी विस्फोटक घटनाएँ ज्वालाएँ हैं। इन्हें सूर्य पर चमकते क्षेत्रों के रूप में देखा जाता है और ये कई मिनटों से लेकर कई घंटों तक रह सकते हैं। हम आम तौर पर फोटॉन द्वारा सौर चमक देखते हैं। हम फ्लेयर्स की निगरानी एक्स-रे और ऑप्टिकल लाइट में करते हैं। फ्लेयर्स भी ऐसे स्थान हैं जहां कण (इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और भारी कण) बहुत तेज होते हैं।
वैज्ञानिकों ने दिए बड़े संकेत
जैसा कि हमने आपको बताया सूर्य में हुई इस हलचल से America के वैज्ञानिक भी बेहद हैरान हैं, वैज्ञानिकों ने दुनिया को सौर ज्वाला से बड़ा संकेत दिते हुए कहा कि इसमें अच्छी खबर यह है कि इस हलचल से पृथ्वी इस बार आग के प्रभाव क्षेत्र से बाहर होनी चाहिए, क्योंकि सूर्य के एक हिस्से पर भड़की ज्वाला पृथ्वी से दूर जा रही है।
नासा की सोलर डायनेमिक्स वेधशाला ने ज्वाला की ‘एक्स-रे’ चमक को कैमरे में दर्ज किया। यह साल 2005 के बाद की सबसे गहरी चमक थी। कोलोराडो के बोल्डर में एनओएए के ‘स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर’ में ब्रायन ब्रैशर ने कहा कि जब वैज्ञानिक अन्य स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करेंगे तो यह और भी चमकदार हो सकती है।