न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
प्रीत
चिलचिलाती धूप के बाद अब Monsoon का मौसम आ गया है. लेकिन ये मौसम के साथ स्किन प्रॉब्लम्स की भी शुरुआत होने लगती है. इस Monsoon में हुई बारिश के नमी वाले मौसम में नमी होने से स्किन प्रॉब्लम्स और फंगल इंफेक्शन की समस्याएं होती है.
जानिए इन सभी समस्याओं से छुटकारा कैसे पाएं-
1. बारिश मैं होने वाली स्किन समस्या
Monsoon में नमी बढ़ने के साथ ही गर्मियों में खुले रोमछिद्र भी खराब हो सकते हैं, जिसकी वजह से मुहांसे और स्किन इंफेक्शन हो सकता है. स्किन के लिए. ज्यादा नमी समस्याओं को और बढ़ा देती है. जिनकी स्किन नेचुरल रूप से ऑयली होती है, उनमें मुंहासे की समस्या और अधिक हो सकती है. तथा अगर कोई इस मौसम में रूखी त्वचा पर भी मॉइस्चराइजर लगाता है तो भी मुंहासे हो सकते हैं.
इसके साथ ही भारत में फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण, चेहरे पर फॉलिकुलिटिस, दाद और कीड़े के काटने जैसी समस्याएं होना भी आम हैं. फंगल संक्रमण के लक्षण त्वचा का छिलना और पपड़ी बनना आदि प्रकार के होते है बारिश का पानी बालों की जड़ों पर लगने से बाल कमजोर तथा झड़ने लगते है.
2. ड्राई रखें स्किन
Monsoon के दौरान बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण बहुत अधिक तेजी से बडते है इसे रोकने के लिए नियमित रूप से नहाना और अपनी स्किन को ड्राय रखना बहुत जरूरी है. पसीने को धोकर सुखा कर. बैक्टीरिया और फंग्ल इंफ्फेक्शन से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है. तथा इस मोसम में ऐसे कपड़े चुनें जो आसानी से सूख जाते है. इस मौसम में सूती कपड़े पहनना सबसे अधिक कंफर्टेबल होता है, क्योंकि ऐसे कपड़े एयर सर्कुलेट होते हैं. तथा एंटीफंगल पाउडर और क्रीम का उपयोग करना चाहिए.
3. खुद को रखें हाइड्रेट
Monsoon के दौरान लोग पानी पीना कम कर देते है. लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए. क्यूंकि ठंडे मौसम होने के बावजूद भी आपको पसीना आता है और उससे आप पानी की मात्रा को भी खो देते हैं इसलिए बारिश के मौसम में भी पानी पर्याप्त मात्रा में पीना चाहिए है. प्रतिदिन 4-6 लीटर पानी का सेवन करना चाहिए.
4. पैरों का ख्याल रखें
Monsoon में अपने पैरों का ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है. जो लोग हमेशा जूते और मोजे पहनते हैं और इससे उनके पैरों में नमी अधिक होती है जिसकी वजह से उनके पैरों में फंगल इंफेक्शन होने का खतरा रहता है. इससे बचने के लिए जूते पहनते समय पैरो में एंटीफंगल पाउडर लगाना चाहिए.
5. एंटीबायोटिक जेल लगाएं
Monsoon में चेहरे पर बैक्टीरिया के बढ़ने के कारण युवाओं के फेस पर मुंहासे निकलना आम बात है. ऐसे में आपको अपने चेहरे को दिन में कम से कम दो बार किसी अच्छे एंटी-एक्ने फेस वॉश से धोना चाहिए और अपने चेहरे को बार-बार सादे पानी से धोते रहना चाहिए. फार्मेसी से मिलने वाले मिनरल वाटर स्प्रे भी फायदेमंद होता हैं. हवा में अधिक नमी होने के कारण लगातार मुंहासों से बचने के लिए एंटीबायोटिक जेल का उपयोग करना चाहिए.
6. गंभीर मुहांसों का इलाज
गंभीर मुंहासों के लिए घरेलू उपचार ज्यादा फ़ायदा नहीं दे सकते हैं. लंबे समय तक बने रहने वाले निशानों को रोकने के लिए, एडैपेलीन, आइसोट्रेटिनॉइन या एजिथ्रोमाइसिन वाले एंटीबायोटिक जेल का उपयोग करना चाहिए जो इस मौसम में बहुत प्रभावी होते हैं.
Monsoon के दौरान भले ही सूरज की रोशनी तेज न हो, लेकिन सनस्क्रीन लगाना कभी नहीं भूलना चाहिए. एसपीएफ 20 या उससे ज़्यादा वाला सनस्क्रीन ही चुनें और बाहर जाने से 10-15 मिनट पहले इसे लगाना न भूले.