Friday, January 3, 2025

Chhattisgarh: मानसून में बढ़ रही बीमारियों को लेकर सरकार का अलर्ट जारी

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न्यूज़ डेस्क : (GBN24)

स्नेहा श्रीवास्तव

Chhattisgarh में मानसून की दस्तक के साथ ही बीमारियां ने भी दस्तक दिया. Chhattisgarh में डायरिया और मलेरिया के साथ कई अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ गया है. कई स्थानो पर इन बीमारियों से लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है. इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार अलर्ट मोड में आ चूकी है.

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Chhattisgarh के CM विष्णु देव साय ने प्रदेश में मौसमी बीमारियों की रोेकने और उसके बचाव हेतु जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश स्वास्थ्य महकमा और संबंधित विभागीय अधिकारियों को जाहिर किया. CM के द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में मलेरिया, डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों की भनक भी लगने पर तुरंत स्वास्थ्य शिविर लगाकर प्रभावितों का उपचार करें.

CM विष्णु देव साय के निर्देशा के अनुसार उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखण्ड के सुदूर वनांचल ग्राम चिल्फी, झलमला और तरेगांव जंगल, सोनवाही का भ्रमण कर के वहां स्वास्थ्य से जुडीं जानकारियां ली. उन्होंने ग्राम सोनवाही पहुंचकर ग्रामीणों सहित डायरिया पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की और राज्य शासन से हर संभव दिलाने के लिए भरोसा दिलाया. उपमुख्यमंत्री ने ग्राम सोनवाही में बीते दिन हुई दो ग्रामीणों की आकस्मिक मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. सोनवाही गांव के आदिवासी बालक छात्रावास में बनाएं गए क्षणभंगुर स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण भी किया. इस दौरान मरीजों से बातचीत भी की गई.

डिप्टी CM ने दिया अधिकारियों को निर्देश:

गृहमंत्री ने यहां चिकित्सकों को अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश भी दिया है साथ ही उपमुख्यमंत्री ने Chhattisgarh के जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि वनांचल सहित मैदानी क्षेत्रों में मौसमी बीमारी, डायरिया, उल्टी दस्त और जल से होने वाली बीमारियों का संक्रमण ना हो इसके लिए प्रभावी कार्य योजना बनाने की बहुत जरूरत है.

कलेक्टर को वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाने और मलेरिया, डायरिया सहित कई मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया. विजय शर्मा ने सुदूर वनांचल क्षेत्र चिल्फी, झलमला और तरेगांव जंगल के शासकीय अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन DMF से जल्दी क्रय करने के निर्देश दिए.

“कवर्धा मे स्थित सोनवाही गांव में 194 घर मौजूद है, जिसकी कुल आबादी 580 बताई है. इस गांव में 12 कुंए और 2 हैंडपंप भी है. एक मितानिन भी काम कर रहे हैं. बीमारी के लक्षण मिलने पर गांव में लोगों का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. 11 जुलाई को 194 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था, जिसमें 8 लोगों का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उप स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया.

इनमें से 7 लोगों को मौसमी बुखार के लक्षण और 1 को उल्टी हो रही थी. दिनांक 12 जुलाई को 144 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया, जिसमें 12 मरीजो मे मौसमी, सर्दी बुखार के लक्षण पाएं गए है, जिनकों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झलमला में भर्ती कराया गया है.

बोड़ला एसडीएम और CM एचओ को घर-घर पहुंच कर सर्वें करने के निर्देश दिए गए थे. सोनवाही में पांच ग्रामीणों की मौत अलग-अलग कारणों से और अलग-अलग जगह में हुई है.”-जनमेजय महोबे, कलेक्टर, कवर्धाबता दें कि प्रदेश में मानसून में होने वाली बीमारियों के कई जिलों में लोगों की मौत हो चुकी है. इसे लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है. प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मौसमी बीमारियों के उपचार को लेकर जागरूक कर दिया है. इसी के साथ ही डिप्टी CM विजय शर्मा ने सभी मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य उपचार करने के लिए निर्देश दिए हैं.

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