न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
प्रीत
मलेशिया के PM Anwar Ibrahim 19-21 अगस्त तक भारत के दौरे पर हैं. अपने इस भारत दौरे में उन्होंने भारत-मलेशिया के संबंधों को आगे ले जाने की बात कही है. साथ ही उन्होंने यह उम्मीद भी जताई है कि भारत देश अपने अल्पसंख्यकों के मुद्दों से निपटने के लिए अपनी अच्छी भूमिका अदा करता रहेगा.
भारत के दौरे पर आए मलेशिया के प्रधानमंत्री PM Anwar Ibrahim ने भारत में अल्पसंख्यकों का मुद्दा उठाया और उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अल्पसंख्यकों या धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले ‘कुछ गंभीर मुद्दों’ का सामना करना पड़ता है. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत अल्पसंख्यकों के मुद्दों से निपटने में अपनी अच्छी भूमिका निभाता रहेगा.
दरअसल दिल्ली में इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स के एक कार्यक्रम में मलेशियाई के PM Anwar Ibrahim ने यह कहा, ‘मैं इस तथ्य से इनकार नहीं करता हु कि आपको (भारत सरकार को) अल्पसंख्यकों या धार्मिक भावनाओं को प्रभावित करने वाले कुछ गंभीर मुद्दों का सामना करना पड़ता है.
PM Anwar Ibrahim ने आगे कहा कि, ‘मैंने इसका जिक्र पीएम मोदी से भी किया है कि एक वक्त था जब नेहरू, झोऊ इनलाई (पूर्व चीनी प्रधानमंत्री), सुकर्णो (इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति) और (जूलियस) न्यरेरे (तंजानिया के पूर्व राष्ट्रपति) मिलकर उपनिवेशवाद और साम्राज्यवाद के खिलाफ ग्लोबल साउथ के लिए खड़े रहे और उन्होंने संघर्ष किया ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि हम मानवता, आजादी, पुरुषों और महिलाओं के सम्मान की बात को पहचान सकें.’
दरसअसल PM Anwar Ibrahim ने यह बयान ऐसे वक्त में दे दिया है जब भारत और मलेशिया के द्विपक्षीय रिश्ते धीरे-धीरे ट्रैक पर आने लगे हैं. भारत ने जब 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया था उस समय मलेशिया के तत्कालीन प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने इस पर आलोचना की थी. नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) को लेकर भी महातिर ने भारत को ऐसे ही घेरा था. उस समय भारत ने इसे लेकर कड़ी आपत्ति दिखाई थी और मलेशिया को तेल निर्यात भी रोक दिया गया था.
बता दें कि भारत-मलेशिया के रिश्ते अब धीरे-धीरे सुधरते नजर आ रहे हैं. हालांकि, विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक द्विपक्षीय रिश्तों को आगे बढ़ाने में एक बड़ी रुकावट बना हुआ है. नाइक साल 2016 में भारत से भागा था और 2018 में मलेशिया ने उसे शरण दी थी. नाइक पर भारत में भड़काऊ भाषण तथा मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप है. 2019 में जाकिर नाइक के खिलाफ टेरर फंडिंग मामले में भी ईडी ने चार्जशीट दायर की थी.
जाकिर नाइक पर क्या बोले मलेशियाई पीएम
मलेशियाई प्रधानमंत्री PM Anwar Ibrahim ने अपने भारत दौरे में जाकिर नाइक को लेकर भी एक बड़ा बयान दे दिया है. उनका कहना है कि अगर भारत नाइक के खिलाफ पर्याप्त सबूत दे देता है तो उनकी सरकार नाइक को भारत प्रत्यर्पित करने के बारे में सोच सकती है.
PM Anwar Ibrahim ने कहा कि पीएम मोदी ने उनकी वार्ता में यह मुद्दा नहीं उठाया और दोनों देशों के संबध इस मुद्दे से प्रभावित नहीं होने चाहिए.
उन्होंने कहा की, ‘पहली बात ये कि भारतीय पक्ष ने इस मुद्दे को नहीं उठाया. जबकि पीएम मोदी ने बहुत पहले ही इस मुद्दे को उठाया था. हम आतंकवाद को माफ नहीं कर सकते. हम आतंकवाद के खिलाफ कई मुद्दों पर भारत के साथ मिलकर काम भी करते रहे हैं. लेकिन मेरा मानना है कि इस एक मामले को हमारे द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की राह में नहीं लाना चाहिए.