न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
प्रीत
PM Narendra Modi Ukraine Visit: प्रधानमंत्री Narendra Modi पोलैंड से ट्रेन से 9 घंटे का सफर तय करके यूक्रेन पहुंचें. इस ट्रेन का नाम रेल फोर्स वन है जो कि एक विशेष ट्रेन है, जिसे लक्जरी सुविधाओं और विश्व स्तरीय सेवा के लिए जाना जाता है. यूक्रेन दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की के साथ एक द्विपक्षीय बैठक की, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जानकारी दी कि दोनों नेताओं की बीतचीत में रूस के साथ भारत के ऊर्जा व्यापार पर भी चर्चा की गयी है. उन्होंने कहा कि ‘हम ने यूक्रेनी पक्ष को यह समझाया कि ऊर्जा बाजार का मौजूदा हाल क्या चल रहा है?
यूक्रेन दौरे (PM Narendra Modi Ukraine Visit) पर गए प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की को भारत आने का भी निमंत्रण दिया है. इस पर जेलेंस्की ने कहा है कि उन्हें भारत जैसे “महान” देश की यात्रा करके मुझे बेहद खुशी होगी. नरेंद्र मोदी ने कीव की लगभग नौ घंटे की यात्रा की है बता दें कि यूक्रेन के आजाद होने के बाद से अब ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा थी.
दरअसल विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की को भारत (PM Narendra Modi Ukraine Visit) आने का निमंत्रण दिया गया है. तथा उन्होंने कहा, कि “यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हमारे प्रधानमंत्री ने 1992 के बाद अब पहली बार यूक्रेन का दौरा किया है. ऐसे अवसरों पर यह स्वाभाविक है कि हम भी निमंत्रण दें, जैसा कि उन्होंने इस मामले में किया है .”
जेलेंस्की ने कहा मुझे भारत आकर खुशी होगी
पीएम मोदी के निमंत्रण के बारे में मीडिया को जेलेंस्की (PM Narendra Modi Ukraine Visit) ने कहा है कि उन्हें भारतआने पर खुशी होगी क्योंकि जब हम रणनीतिक साझेदारी की शुरूआत करते हैं, तो मुझे लगता है कि आपको समय बर्बाद करने और बहुत देर तक रुकने की जरूरत नहीं होती है.
तथा इसलिए ही मुझे लगता है कि फिर से मिलना अच्छा होगा.” यूक्रेनी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि भारत उनके देश का साथ दें. उन्होंने यह भी कहा कि आपके बड़े और महान देश के बारे मैंने बहुत कुछ पढ़ा और सुना है. मुझे आपके देश की इस समय बहुत ज्यादा जरूरत है. उन्होंने यह सुझाव भी दिया है कि यात्रा के दुरान यूक्रेन की स्थिति पर भी निर्भर करेगी.
जयशंकर ने समझाया भारत को क्यों रूस से तेल की खरीदना है जरूरी
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया है कि रूस के साथ भारत के ऊर्जा व्यापार पर भी चर्चा की गयी है. विदेश मंत्री ने कहा, “हां, चर्चा हुई. मैं विस्तार से नहीं कहूंगा, लेकिन हमने (PM Narendra Modi Ukraine Visit) यूक्रेनी पक्ष को समझाया है कि भारत का ऊर्जा बाजार (Energy Trade) का मौजूदा हाल अभी कैसा है. यहां तक कि आज कई ऊर्जा उत्पादकों पर प्रतिबंध तक लगा दिए गए हैं, यह हमारी केवल मजबूरी नहीं है, यह समग्र रूप से अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के हित में है कि तेल की कीमतें उचित और स्थिर बनी रहें.
लगभग 40 फीसदी तेल का आयात होता है रूस से
आपको बता दें कि सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) ने एक रिपोर्ट में बताया है की, भारत दुनिया का तीसरे नंबर पर सबसे बड़ा तेल-उपभोक्ता और आयातक देश है, भारत ने जुलाई में रूस से 2.8 बिलियन अमरीकी डॉलर का कच्चा तेल खरीदा है, जो की चीन के बाद दूसरे स्थान पर आता है जो अब तक का रूसी तेल का सबसे बड़ा आयातक बना हुआ है.
दरअसल रूस भारत (PM Narendra Modi Ukraine Visit) के लिए कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बनकर उभरा है, जिसे रिफाइनरियों में पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में रिफाइन किया जाता है. फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद कुछ यूरोपीय देशों द्वारा मास्को से तेल खरीदना बंद कर दिया गया था, जिसके बाद से रूस ने तेल पर डिस्काउंट देना शुरू किया और भारत ने मोके पर इसका फायदा उठाया.