Aashram 3 Review : प्रकाश झा द्वारा डायरेक्टेट आश्रम 3 अब एम एक्स प्लेयर पर स्ट्रीम हो गई है। अब आप इस सीरीज को देख सकते हैं। बता दें कि इस सीरीज के तीसरे सीजन को आने में 2 साल लग गए।
डायरेक्टर : प्रकाश झा
कास्ट : बॉबी देओल, अदिति पोहनकर, चंदन रॉय सान्यास, दर्शन कुमार, अनुप्रिया गोयनका, ईशा गुप्ता, सचिन श्रॉफ, अध्यन सुमन और त्रिधा चौधरी
बॉबी देओल की सीरीज आश्रम का तीसरा सीजन एक बदनाम आश्रम स्ट्रीम हो गया है। हर बार की तरह इस बार भी फैंस इस सीरीज को देखने के लिए काफी एक्साइटेड हैं। प्रकाश झा द्वारा डायरेक्टेड इस सीरीज में बाबा निराला की एक बार फिर वापसी हो गई है। तो अगर आप सीरीज देखने का प्लान बना रहे हैं तो पढ़ें ये रिव्यू। इस बार आश्रम के तीसरे सीरीज के 10 से ज्यादा एपिसोड्स हैं। इस सीरीज के तीसरे सीजन को 2 साल लगे हैं बनाने में और इस सीजन का नाम है एक बदनाम आश्रम। तो नाम पढ़कर ही समझ आ रहा है कि ये आश्रम बुरी जगह है जिसे एक बुरा आदमी चला रहा है। इस बार की सीरीज ज्यादा मजेदार और थ्रिलर नहीं है, बस इसे बचाया है तो कास्ट की शानदार परफॉर्मेस ने।
कहानी
आश्रम, निराला बाबा पर आधारित है जो बाबा के रूप में एक राजनीतिक/आपराधिक साम्राज्य का निर्माण करता है। यह पिछले सीजन से शुरू होता है जब उसकी एक शिष्य पम्मी (आदिति पोहनकर) उसके द्वारा यौन शोषण के बाद उसके चंगुल से बच गई और अब बदला लेने के लिए बाहर आ गई है।
रिव्यू
आश्रम का आइडिया अच्छा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, धोखेबाजों और उनके क्राइम समीक्षकों और दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा है। लेकिन इस बार सीरीज में पहले जितना थ्रिल नहीं है। हालांकि ड्रामा बढ़ा है, म्यूजिक भी काफी तेज है और परफॉर्मेस तो सबकी शानदार है। शो में ज्यादा बोल्ड और वल्गर सीन नहीं है, लेकिन कुछ सीन ऐसे हैं जो गुदगुदाते हैं। जो सीरीज का टोन है वो आपको ऐसे लगेगा जैसे 90 के क्राइम ड्रामा होते हैं। इस बार प्रकाश झा ने महिलाओं के लिए अच्छे रोल नहीं रखे। प्रकाझ झा जबकि उन डायरेक्टर्स में से हैं जो हमेशा स्ट्रॉन्ग महिला करेक्टर लेते हैं। लेकिन आश्रम में महिलाओं के किरदार को पुरुष के मुताबिक कम स्ट्रॉन्ग बनाया है।
ईशा गुप्ता, जो एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पॉपुलर पब्लिसिस्ट और ब्रांड कंसलटेंट की भूमिका निभाती हैं उन्हें आश्रम में एक सिडक्टिव डांस सीक्वेंस के साथ इंट्रोड्यूस करवाया है।
परफॉर्मेंसेस
बॉबी देओल ने अपना शानदार काम किया है। बाबा निराला के रूप में उन्हें देखकर ऐसा लग रहा है जैसे उनके अलावा ये कोई और कर ही नहीं सकता। नेगेटिव रोल होकर भी दर्शकों को वह पसंद आए। बॉबी को चंदन रॉय सान्याल का पूरा सपोर्ट मिला है। चंदन ने भोपा सिंह के किरदार को बखूबी निभाया है। इसके साथ ही शो में बाकी स्टार्स का टैलेंट भी दिखा जैसे अनुप्रिया गोयनका और दर्शन कुमार। दोनों को भले ही स्क्रीन स्पेस ज्यादा नहीं मिला, लेकिन दोनों ने कम स्पेस में भी अपनी छाप छोड़ दी है। ईशा ने सोनिया का किरदार बखूबी निभाया, लेकिन शो में उनका इस्तेमाल कम किया गया।
ओवरऑल कहें तो आश्रम ने बहुत कोशिश की है एक स्मार्ट शो बनाने की, लेकिन ये फेल हो गया क्योंकि इसे स्मार्टली लिखा नहीं गया। इसे रियल वर्ल्ड से ले जाते हुए एक ऐसी दुनिया में लेकर चले गए जहां काफी फेक चीजें दिखीं। रिएलिटी मिसिंग थी। रिएलिटी की वजह से ही पहले और दूसरे सीजन को इतना पसंद किया गया था।