न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
रियाद: America के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार (29 अप्रैल) यानि आज से पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा शुरू कर दी है। दरअसल, हमास और इस्राइल के बीच बीते छह महीने से जंग जारी हैं जंग मे अब तक 34 हजार से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है, हजारों लोग विस्थापित हुए हैं इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है वहां मानवीय संकट गहराता जा रहा है। इसी बीच America के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार से पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा शुरू कर दी है। करीब छह महीने पहले इजराइल-हमास युद्ध के शुरू होने के बाद से इस क्षेत्र का यह उनका सातवां राजनयिक मिशन है जिसमें वह इजराइल की यात्रा भी करेंगे ।
आपको बता दें, ब्लिंकन Saudi Arabia के बाद जॉर्डन और इस्राइल भी जाएंगे। ब्लिंकन की यात्रा का मकसद मध्य पूर्व में शांति प्रक्रिया में तेजी लाना और इस्राइली बंधकों की रिहाई है।
संघर्ष विराम के प्रयासों पर होगी चर्चा
America विदेश विभाग के अनुसार, America के अरब भागीदारों से मिलने के लिए 29 अप्रैल से एक मई की अपनी यात्रा के दौरान, ब्लिंकन गाजा में संघर्ष विराम के लिए चल रहे प्रयासों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, गाजा को दी जा रही मानवीय सहायता में हालिया वृद्धि पर भी बात करेंगे। Saudi Arabia में ब्लिंकन क्षेत्रीय सुरक्षा पर समन्वय को आगे बढ़ाने के लिए खाड़ी सहयोग परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेंगे। और वैश्विक सहयोग और विकास के लिए ऊर्जा पर विश्व आर्थिक मंच की विशेष बैठक में भी शामिल होंगे।
कैदियों की रिहाई पर होगी चर्चा
ब्लिंकन साथ ही कैदियों की रिहाई पर बात करेंगे जो फलस्तीनी लोगों और युद्धविराम के बीच एक दीवार है। बता दें कि, इस्राइल ने मिस्र के मध्यस्थों के माध्यम से हमास को पहले ही बता दिया है कि, अगर 33 कैदियों को फौरन रिहा नहीं किया गया तो साउथ गाजा पट्टी में राफा इलाके पर जमीनी आक्रमण शुरू हो जाएगा। इस्राइल ने यह भी कहा है कि अगर सियासी चर्चा नाकाम हो जाती है तो उसकी फौज राफा क्षेत्र में दाखिल हो जाएगी।
America ने साफ किया रुख
जो बाइडन और नेतन्याहू के बीच हुई बात को लेकर ‘व्हाइट हाउस’ ने एक बयान जारी किया है जिसमे बयान में बताया गया है कि रफह शहर पर हमला करने की इजराइल की योजना के बीच बाइडन ने अपने ‘‘स्पष्ट रुख’’ को दोहराया है। America ने मानवीय आधार पर हमले का विरोध किया है और दुनिया भर के देशों ने भी इजराइल के आक्रमण की इस योजना को लेकर चिंता व्यक्त की है । रफह में 10 लाख से अधिक फलस्तीनियों ने शरण ली है इस बीच इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर दुनियाभर में प्रदर्शन हुए हैं। हिंसा की आंच America में कॉलेजों के परिसरों तक पहुंच गई है। इजराइल के लिए America के समर्थन की आलोचना भी हो रही है।