न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
शशिकला दुशाद
Bahraich Violence: भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) ने बहराइच हिंसा (Bahraich Violence) पर एक बड़ा बयान था. जिसको लेकर अब उन्होंने माफी मांगी है. दरअसल इस हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की हत्या (Ram Gopal Mishra) को लेकर नूपुर शर्मा ने कई फ़र्ज़ी दावा किया था. जब उनके सभी दावों को लेकर उनसे सवाल पूछा गया. तो नूपुर शर्मा ने कहा, ‘मैंने जो मीडिया में सुना था, वो दोहरा दिया.’ आपको बता दें कि नूपुर शर्मा ने अपने बयान में कहा था रामगोपाल मिश्रा को ’35 गोलियां मारीं, नाखून उखाड़ दिया, पेट फाड़ दिया, आंखें निकाल लीं.’ जबकि बहराइच पुलिस इन सभी दावों को झूठा बताया है.
नूपुर शर्मा ने मांगी माफ़ी
नूपुर शर्मा ने अपने बयान को लेकर माफ़ी मांगी और कहा, दिवंगत राम गोपाल मिश्रा जी के बारे में मैंने जो भी मीडिया में सुना था, वो दोहराया है. मुझे पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के स्पष्टीकरण के बारे में कुछ भी नहीं पता था. मैं अपने कहे गए शब्दों को वापस लेती हूं और माफी मांगती हूं. दरअसल, बहराइच हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का एक बयान खूब वायरल हुआ था.
इसमें वो कहते हुए नज़र आ रही हैं कि ”35 गोलियां मारीं, नाखून उखाड़ दिया, पेट फाड़ दिया, आंखें निकाल लीं. क्यों? महज एक झंडा उखाड़ देने पर देश का कानून किसी की निर्मम हत्या करने की इजाजत देता है क्या? ये बहुत आम बात हो रही है. अपने से आगे सोचना पड़ेगा.” इस दौरान नूपुर ने ये भी कहा कि बटेंगे, तो कटेंगे.
दिवंगत राम गोपाल मिश्रा जी के बारे में जो मैंने मीडिया में सुना था वह मैंने दोहराया। मुझे पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट के स्पष्टीकरण के बारे में नहीं पता था। मैं अपने शब्द वापिस लेती हूँ और क्षमा माँगती हूँ।#Bahraich https://t.co/B1ni0DjsVB— Nupur Sharma (@NupurSharmaBJP) October 20, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में ब्राह्मण एकता सम्मेलन कार्यक्रम चल रहा था. इसी कार्यक्रम में नूपुर ने ये बयान दिया. ये आयोजन अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा की तरफ से किया गया था. इस सम्मेलन में राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला भी मौजूद थे.
पुलिस ने नूपुर के सभी दावों को फर्जी बताया
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा पूजा विर्सजन कार्यक्रम के दौरान दंगा (Bahraich Violence) हुआ था. इस दंगे में रामगोपाल मिश्रा नाम के युवक की मौत हो गई. फिर उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को लेकर कई दावे किये गए. जैसे कि उसके साथ बर्बरता की गई. उसे तमाम तरह की यातनाएं दी गईं. यातनाएं देने के बाद उसकी हत्या की गई. बाद में, इन सभी दावों को लेकर बहराइच पुलिस का बयान आया. बहराइच पुलिस के सोशल मीडिया सेल ने यह स्पष्ट किया कि इस तरह की ख़बरों में कोई सच्चाई नहीं है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह गोली लगना पाई गई है.