Thursday, November 30, 2023
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भागलपुर धमाके का आतंकी कनेक्शन तो नहीं? ATS की जांच से पहले मकान मालिक फरार

बिहार के भागलपुर में गुरुवार रात को हुआ धमाका एक पटाखा फैक्ट्री में हुआ हादसा है या तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक मोहल्ले के इस मकान में कुछ और पक रहा था? इस विस्फोट का कोई आतंकी कनेक्शन नहीं? विस्फोट की तीव्रता को देखते हुए प्रशासन इस एंगल से भी जांच कर रहा है। धमाके की जांच में पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को भी लगा दिया गया है। पटना से एटीएस की बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल टीम भागलपुर पहुंच गई है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस के बयान पर केस दर्ज कर लिया गया है।

धमाके की जांच के लिए एटीएस की टीम शनिवार को घटनास्थल पर पहुंची। टीम के सदस्य मलबा से बारूद का नमूना ले रहे हैं। घटनास्थल के आसपास के लोगों से भी जानकारी ले रहे हैं। भवन निर्माण विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। काजवालीचक में हुए धमाके में 14 लोगों की मौत हुई थी। 10 घायलों का इलाज मायागंज अस्पताल में चल रहा है।

इस बीच, मकान का मालिक मो. आजाद के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है। वह फरार बताया जा रहा है। जिस मकान में धमाका हुआ वह मो. आजाद का ही है और उसने पटाखा कारोबारी लीलावती को किराए पर दिया था। इलाके में अवैध तरीके से बारूद का भंडारण और पटाखे बनाने की घटना को देखते हुए डीआईजी सुजीत कुमार ने तातारपुर थानाध्यक्ष एसके सुधांशु को सस्पेंड कर दिया है। एफएसएल के एक्सपर्ट ने घटनास्थल पर आकर जांच की और सैंपल भी ले गए। प्रशासन की ओर से मामले की पूरी रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी गई है। डीआईजी ने बताया कि पुलिस हर स्तर पर मामले की जांच कर रही है।

8-10 किलो बारूद मिले, मौके पर नष्ट: एफएसएल की टीम गुरुवार देर रात ही मौके पर पहुंच गई थी। शुक्रवार को जमालपुर से बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। दोनों टीमों ने जांच की। शुरुआती जांच में पटाखा बनाने वाले बारूद से विस्फोट की बात सामने आई है। बारूद फटा किस वजह से, इसकी पड़ताल अभी जारी है। सैंपल की जांच के बाद ही साफ हो सकेगा कि विस्फोटक क्या था और इसकी कितनी मात्रा रही होगी। वैसे मलबा हटाने के क्रम में 8-10 किलो बारूद मिले जिसे नष्ट कर दिया गया । बम निरोधक दस्ते को जांच के दौरान कहीं पर कोई बम या उसके अवशेष नहीं मिले हैं। देर शाम तक मलबा हटाने का काम किया गया।

पुलिस ने बताया, मो. आजाद के जिस मकान में किराये पर लीलावती रह रही थी, उसी में विस्फोट हुआ है। उसी विस्फोट से महेंद्र मंडल, गणेश और राजकुमार के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। लीलावती के परिवार में उसके अलावा उसकी बेटी आरती और आरती का बेटा, लीलावती की दूसरी बेटी पिंकी और पिंकी के एक बेटे की मौत हो गई। बगल के मकान मालिक महेंद्र, पत्नी शीला देवी, बेटे गोरे, बेटी नंदिनी और नाती मून की भी मौत हुई है। गणेश सिंह और उसके साथ काम करने वाली उर्मिला देवी की भी मौत इस घटना में हुई है। बगल के राजकुमार साह और उसके बेटे राहुल की भी मौत धमाके में हुई है। वहीं रिंकू साह, आयशा, सोनी, नवीन, वैष्णवी, जया, श्रवण, राखी, शीला देवी व मोबस्सिर युसूफ घायल हो गए हैं।

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