न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Bikaner: राजस्थान के Bikaner जिले में एक चौकाने वाली घटना सामने आई है, दरअसल, 16 अप्रैल को लगभग डेढ़ बीघा जमीन अचानक 100 फीट नीचे धंस गई। इस घटना ने लोगों को हैरत में डाल दिया है। लोग इस जगह को देखने के लिए लगातार उमड़ रहे हैं। जहां कुछ लोग इस जगह की वीडियो बना रहे हैं वहीं कुछ लोग रील बनाकर पोस्ट कर रहे है। यह घटना अब सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में है। हालाकि यह घटना अभी तक रहस्य बनी हुई है. और इस हादसे की आशंका के चलते प्रशासन ने यहां पर लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी है। जमीन धंसने की घटना से ऐसा लग रहा है कि कोई खगोलीय पिंड जमीन से टकराया हो, जिसके बाद यह गहरा गड्ढा हो गया।
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया की टीम कर रही जांच
Bikaner जिले में अचानक डेढ़ बीघा जमीन के 100 फीट नीचे धंस जाने की घटना काफी सुर्खियों में है। इस घटना को लेकर बीकानेर जिला प्रशासन का मानना है कि इस जगह के नीचे कोई तालाब या कुआं रहा होगा, जिसकी वजह से जमीन धंस गई। जिस गांव में जमीन धंसी है उस स्थान के करीब से सड़क भी इस गड्ढे में समा गई। बताया जा रहा है कि प्रशासन इस घटना की वजह जानने के लिए जियोलॉजिकल सर्वे और इंडिया से संपर्क कर इसके कारण जानने की कोशिश में जुट गया है।
भू-वैज्ञानिकों ने बताया
Bikaner से आए भू-वैज्ञानिकों ने जांच के दौरान बताया कि जमीन के धंसने का कारण वॉटर लॉगिंग हो सकता है स्थायी लोग इस बात को मान नहीं रहे. उनका कहना था रेगिस्तानी इलाकों में सदियों से ऐसा होता रहा है. जमीन के नीचे पानी होने की बात ही नहीं है. कुछ लोग इसे प्राकृतिक आपदा से जोड़ रहे थे तो कुछ लोग दैवीय प्रकोप कह रहे हैं. सभी के अपने तर्क हैं लेकिन वैज्ञानिक कारण जांच के बाद ही पता चल सकेंगे.
साइंटिफिक तरीके से जांच करने की पीएम से मांग
इस मामले में लूणकरणसर के सामाजिक कार्यकर्ता श्रेयांश ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी भेजा था और साइंटिफिक तरीके से इसकी जांच करने की मांग की. उनका कहना था कि यह प्राकृतिक आपदा है लेकिन जांच फिर भी होनी चाहिए. आने वाले समय में यहां पर कोई और हादसा ना उसके और लोग अपना बचाव कर सके से जरा सा गांव में डेढ़ बीघा जमीन का अचानक 70 फीट नीचे 10 जाना लोगों के लिए वाकई चर्चा का विषय बन गया. दरअसल यहां पर कई सालों पहले बिजली गिरी थी स्थानियों की माने तो इसकी वजह से हर साल मिट्टी धरती गई कुछ लोगों ने तो इस जगह को बिजलगढ़ का नाम दे दिया है. फिलहाल जीएसआई की टीम इस बारे में छानबीन कर रही है.