योगी कैबिनेट से 24 घंटे के भीतर दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। पहले श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ा और फिर वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी नाता तोड़ लिया। ओबीसी समुदाय से आने वाले दोनों ही नेता अगली पारी की शुरुआत समाजवादी पार्टी के साथ करने जा रहे हैं। इसके साथ ही सपा और बीजेपी के बीच ओबीसी वोट को लेकर जंग भी दिलचस्प हो गई है। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने गैर यादव ओबीसी जातियों जैसे कुर्मी, मौर्य, शाक्य, सैनी, कुशवाहा, राजभर नेताओं को अपने पाले में लाकर सपा को बड़ा नुकसान पहुंचाया था।
बहुजन समाज पार्टी के भी ओबीसी नेताओं को भी बीजेपी मंत्री पद से लेकर संगठन में अहम जिम्मेदारियों के ऑफर के साथ खेमे में लाने में कामयाब रही थी।
सपा और बसपा के कई ओबीसी नेता जैसे स्वामी प्रसाद मौर्य, आरके सिंह पटेल, एसपी सिंह बघेल, दारा सिंह चौहान, धर्म सिंह सैनी, ब्रिजेश, कुमार वर्मा, रोशन लाल वर्मा और रमेश कुशवाहा ने चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थामा था, जिन्होंने बीजेपी की प्रचंड जीत में अहम भूमिका निभाई। दूसरे दलों से आए कई नेता चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे तो कई को विधानपरिषद और पार्टी संगठन में जगह दी गई।