न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Chhattisgarh Chief Minister Vishnu Dev Sai: हमारे देश में लोकतंत्र के माध्यम से सरकार चुना जाता है। जनता अपने चुने हुए नेता को चुनावी वादों को पूरा करने के लिए 5 साल का समय देती है। लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय(Vishnu Dev Sai) ने जज्बा, संवेदनशील प्रयास और समन्वित रणनीति के तहत सिर्फ 6 महीने में इतिहास रच दिया है। जी हां मुख्यमंत्री Vishnu Dev Sai ने विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए चुनावी वादों को पूरा करने के लिए जरा भी वक्त जाया नहीं करते हुए अपने वादों को उन्होंने पूरा किया है।
दरअसल उन्होंने मुख्यमंत्री पद का शपथ 13 दिसम्बर 2023 को लिया। जिसके बाद 15 अप्रैल 2024 यानी 4 माह 02 दिन। और 16 मार्च 2024 से 6 जून 2024 यानी 2 माह 21 दिन लोकसभा निर्वाचन की वजह से आदर्श आचार संहिता पूरे प्रदेश में प्रभावशील रही। वैसे तो सीएम विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने 6 महीने हो चुके है लेकिन निर्णय, योजनाओं का क्रियान्वयन, भावी रणनीति को मूर्तरूप देने के लिए उन्हें 4 माह का ही समय मिला है।
इन चार महीनों में सीएम विष्णु देव साय ने अपने वादों को अच्छे से पूरा किया है। जैसे कि प्रदेश के लाखों किसानों से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदने की गारंटी को पूरा करते हुए 32 हजार करोड़ रुपए के समर्थन मूल्य की राशि का भुगतान किसानों के खाते में किया गया।
तो वहीं 24 लाख 75 हजार किसानों को कृषक उन्नति योजना के तहत अंतर की राशि 13 हजार 320 करोड़ रुपए अन्तरित की गई। खरीफ सीजन में रिकॉर्ड 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। इसके अलावा किसानों को दो साल के धान के बकाया बोनस राशि 3 हजार 716 करोड़ रुपए देने जैसे साहसिक निर्णय लिए है।
इतना ही नही छत्तीसगढ़ के हर घर के बुजुर्ग तीर्थ यात्रा करे इसके लिए विष्णु देव साय की सरकार ने मानवीय पहल यानी रामलला मंदिर दर्शन योजना से मन की मुराद पूरी कर रही है। साथ ही कोई भी परिवार भूखे न सोये इसके लिए प्रदेश के 68 लाख़ से अधिक गरीब परिवारों को पांच वर्षों तक मुफ्त अनाज देने जैसे नियम निकाले। हर गरीब चाहता है उसका मिट्टी का घर पक्का मकान हो जाये। इन सपनो को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार ने 18 लाख प्रधानमंत्री आवास योजना का निर्माण किया।
विष्णु देव साय ने सरकार में आते ही युवाओं की तकलीफों को समझा और PSC परीक्षा घोटाले को लेकर युवाओं के गुस्से और हताशा को समझते हुए उन्होंने CBI जांच की अनुशंसा की। साथ ही शासकीय भर्ती आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट देने से युवाओं के मन में खुशियां देखने को मिली है।
सबसे ज्यादा ध्यान देश का उन्होंने तब खींचा जब इस स्वर्ग को दूषित करने का काम माओवादी कर रहे उनको अडिग निर्णय, बेहतर रणनीति का परिणाम महज छह माह में 129 माओवादियों को सुरक्षा बलों के जवानों ने ढेर कर दिया। जिसमे 488 गिरफ्तार हुए हैं 431 ने खुद आत्मसमर्पण किया और इस तरह बस्तर की उम्मीद की नई रौशनी देखने को मिलने लगी।