न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
इटली (Italy) की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी (giorgia meloni) ने एक अपराधिक कृत्य के लिए आरोपियों से एक बड़े मुआवजे की मांग की है. बता दें कि टेक्नोलॉजी का विकास होने के बाद इसके बहुत सारे दुरुपयोग किए जा रहे हैं। भले ही आज आम इंसान की राहत के लिए तकनीकी विकास अच्छा हो लेकिन कई बार इसके दुरुपयोग किए जाते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के आने के बाद ऐसे कई मामले सामने आए हैं। इसी कड़ी में इटली की प्रधानमंत्री भी शिकार हुई है।
दरअसल, meloni का एक डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया। उनका चेहरा एक पॉर्न स्टार के चेहरे पर लगा दिया गया था और इंटरनेट पर अपलोड कर दिया गया था। इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है और अब इसी मामले पर प्रधानमंत्री मेलोनी ने 1 लाख यूरो यानी भारतीय रुपयों में करीब 90 लाख की मांग की है। बता दें कि AI के जरिए आजकल सेलिब्रेटी के कई फर्जी वीडियो बनाए जाते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता है.
अगर इस वीडियो की बात करें तो ये मामला साल 2022 का है। जांच में जुटी पुलिस ने दावा किया है कि जिस मोबाइल फोन से ये वीडियो अपलोड किया गया था, उसी के जरिए पुलिस आरोपियों तक पहुंची थी। तमाम रिपोर्ट्स की मानें तो इस मामले में 50 साल के एक व्यक्ति और 73 साल के उसके पिता को गिरफ्तार किया गया है। ये वीडियो अमेरिका से पॉर्नग्राफिक वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। इटली की प्रधानमंत्री के करीबियों की मानें तो उन्हें जो राशि मुआवजे में मिलेगी, उसे वे पुरुषों द्वारा प्रताड़ित की गई महिलाओं के लिए उपयोग करेंगी।
बता दें कि इस मामले की अब दोबारा सुनवाई 2 जुलाई को होनी है, जहां पर प्रधानमंत्री की गवाही होनी है। तो वहीं मेलोनी की वकील का कहना है कि प्राइम मिनिस्टर ने जिस मुआवजे की मांग की है, उससे वे महिलाओं को खास संदेश देना चाहती हैं। उनका मानना है कि इस मानहानि मुकदमे से वो सभी महिलाओं को ये मैसेज देना चाहती हैं कि वे अपने खिलाफ हुए किसी भी अन्याय से डरें नहीं बल्कि बाहर निकलकर उसके खिलाफ लड़ाई लड़ें।