न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
इस्लामाबाद: Pakistan के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में हड़ताल चौथे दिन यानी सोमवार को भी जारी रही। आटे और बिजली की ऊंची कीमतों के खिलाफ शुरू हुई हड़ताल की वजह से पूरे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। वहीं, सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद Pakistan सरकार ने स्थिति पर काबू पाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इससे पहले प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे।
क्या है हड़तालियों की मांग
शुक्रवार को पूर्ण हड़ताल की वजह से Pakistan में जनजीवन ठप हो गया। प्रदर्शनकारियों और राज्य सरकार के बीच बातचीत का सिलसिला चलने के बाद विफल हो गया। जिसके बाद Pakistan के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक कर सकते हैं। जम्मू कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) के सदस्य क्षेत्र में जलविद्युत उत्पादन लागत के अनुसार बिजली की कीमतों को तय करने, गेहूं के आटे पर सब्सिडी और कुलीन वर्ग के विशेषाधिकारों को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।
सरकार पर लगे टालमटोल के आरोप
जेएएसी के नेतृत्व में मुजफ्फराबाद में एक लंबा मार्च निकाला गया। जेएएसी कोर कमेटी और क्षेत्र के मुख्य सचिव दाऊद बराच के बीच हुई बातचीत में कोई समाधान ना निकलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फराबाद की ओर कूच करने का ऐलान किया। रावलकोट के एक प्रदर्शनकारी नेता ने सरकार पर टालमटोल की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया।
जारी है धरना
पाकिस्तानी अखबार डॉन में प्रकाशित खबर के मुताबिक प्रदर्शनकारी पहले ही कई स्थानों पर रोड को बंद कर वहां धरने पर बैठ हुए हैं। चौराहों और संवेदनशील स्थानों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। बाजार, व्यापार केंद्र और शैक्षणिक संस्थान, यातायात सेवाएं ठप्प हैं। मीरपुर में प्रदर्शनकारियों के उग्र होने के बाद शनिवार को रेंजर्स को बुलाया गया।
पीएम ने प्रदर्शनकारियों को दी चेतावनी
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प पर चिंता जाहिर करते हुए रविवार को कहा, ”कानून को अपने हाथ में लेने वालों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” शरीफ ने कहा कि उन्होंने अनवारुल हक से बात की है और क्षेत्र के सभी Pakistan मुस्लिम लीग-एन पदाधिकारियों निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ”मैं सभी पक्षों से आग्रह करता हूं कि वो अपनी मांगों के समाधान के लिए शांतिपूर्ण तरीका अपनाएं। हमे उम्मीद है कि मामला जल्द ही सुलझ जाएगा।”
आम जनजीवन हो रहा प्रभावित
बता दें कि, प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को मजिस्ट्रेट की कार समेत कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके अलावा पूरे क्षेत्र में बाजार, व्यापार केंद्र, कार्यालय, स्कूल और रेस्तरां भी पूरी तरह से बंद रहे। पुलिस ने पीओके के विभिन्न स्थानों में हिंसा होने के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान क्षेत्र के कई हिस्सों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई थी।
राष्ट्रपति ने प्रदर्शनकारियों से आग्रह किया
Pakistan के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सभी से संयम बरतने और बातचीत तथा आपसी परामर्श के माध्यम से मुद्दों को हल करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि वह मौजूदा स्थिति से बाहर निकलने का रास्ता तलाशने के लिए प्रधानमंत्री शरीफ से इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। जरदारी ने पुलिस अधिकारी की मौत पर खेद जताते हुए इस दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण बताया।