ऐनी फ्रैंक का जन्म फ़्रैंकफ़र्ट शहर, जर्मनी में 12 जून 1929 को हुआ था। वह एक डायरी लेखिका और साधारण लेख-निबंध के लिए प्रसिद्ध थी। उसकी मृत्यु मात्र 15 साल में हो गई थी। वह यहूदियों के विध्वंस/ प्रलय की एक सबसे ज्यादा चर्चित पीड़ित /शिकार है। उसकी युद्ध-कालीन डायरी का नाम द डायरी ऑफ़ ए यंग गर्ल है
ऐन फ्रैंक हालैंड के एक यहूदी परिवार की तेरह वर्षीय बालिका थी। उसके यहूदी परिवार को गुप्त आवास में दो वर्ष छिपकर बिताने पड़े थे। इस दौरान ऐन को अकल्पनीय यातनाएँ सहनी पड़ी। यहीं रहकर ऐन ने अपने अनुभवों को डायरी के रूप में लिखा।
उसकी युद्ध-कालीन डायरी का नाम द डायरी ऑफ़ ए यंग गर्ल (“The Diary of a Young Girl”) है। यह बहुत से नाटकों तथा चलचित्रों (फिल्मों) का आधार तथा प्रेरणास्त्रोत बनी। उसका जन्म तो जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में हुआ था लेकिन उसने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा नीदरलैंड के ऐम्स्टर्डैम और उसके आसपास बिताया।
एनी फ्रैंक द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अत्याचार के शिकार हुए लाखों यहूदियों में से एक है। एनी और उसका परिवार दो वर्षों तक अपने पिता की दुकान में ऊपरी भाग में छुपा रहा। … एनी फ्रैंक की मृत्यु एक यातना शिविर में हुई, उस समय वह 15 वर्ष की थी।