न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Hareli Festival Celebration: आज मुख्यमंत्री निवास हरेली त्यौहार के अवसर पर छत्तीसगढ़ के स्वादिष्ट व्यंजनों की महक से उठ गया है. आपको बतादें कि आगन्तुकों के इस त्योहार में स्वागत करने के लिए खास तौर पर खुरमी, ठेठरी, गुलगुला, भजिया, पीडिया, चीला आदि जैसे पकवान बनाए जा रहे हैं.
हरेली तिहार (Hareli Festival Celebration) की शुरुआत सावन महीने की अमावस्या से हो जाती है. और यह त्योहार मानसून के मौसम के आने का प्रतीक माना जाता है, जो की खेती के लिए सबसे ज्यादा सही समय माना जाता है. दरअसल, हरेली त्यौहार का जो संबंध होता है वो कृषि से जुड़ा होता है और खेतों में इस दिन बोनी पूर्ण होने के बाद एक अच्छी फसल की आस में कृषि यंत्रों की पूजा होती है.
हरेली त्यौहार (Hareli Festival Celebration) में सफाई का भी महत्व होता है, गांवों में खास तौर से सफाई और सजावट की जाती है. इसके अलावा खेतों और घरों के आंगनों में आम की पत्तियों, नीम के पत्तों और गोबर से अल्पना भी बनाई जाती है, जो बहुत ही समृद्धि और शुभता का प्रतीक होता है. इस तरह हरेली का त्यौहार छत्तीसगढ़ में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है.
इस गांव में बच्चे सभी त्योहारों में खूब बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. इतना ही नहीं बच्चे से लेकर बूढ़े हर पीढ़ी के लोग गेड़ी दौड़ में हिस्सा लेते हैं. वहीं इस दिन खेती-किसानी में साथ देने वाले पशुओं खास तौर से बैल, गाय की पूजा भी की जाती है. इस दिन घरों में छत्तीसगढ़ी पकवान भी बनाए जाते हैं.