लोकसभा चुनाव 2024 : लोकसभा चुनाव की तारीख का एलान होने के बाद लोगो के मन में तमाम तरह के सवाल है जो कि सोशल मीडिया के द्वारा जवाब ढूंढने की कोशिश की जा रही है। इन सवालों की लिस्ट में एक बड़ा सवाल ये है कि घर बैठे वोट कैसे डाल सकते है? और ‘वोट फ्रॉम होम’ का फायदा कैसे और कौन से लोग आसानी से उठा सकते है। इन सारे सवालों का जवाब आइये जानते है विस्तार से….
दरअसल लोकसभा चुनाव इस बार 7 चरण में पूरा होगा और इसकी शुरुआत 19 अप्रैल से होगी। सबसे पहले आपको बताते है ‘वोट फ्रॉम होम’ की सुविधा किसके लिए है ?
‘वोट फ्रॉम होम’ की सुविधा सिर्फ बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए ही है। जिसकी उम्र 85 साल से ज्यादा है वो इसका फायदा उठा सकता है और साथ ही ये सुविधा उन लोगो के लिए है जो 40% से ज्यादा डिसेबिलिटी दिव्यांग है। दिव्यांग के पास इस बात का सबुत होना जरूरी है कि वो 40% से ज्यादा डिसेबिलिटी है इसके लिए उनके पास डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट होना बेहद आवश्यक है।
‘वोट फ्रॉम होम’ का फायदा कैसे उठाये…
इलेक्शन कमीशन (Election Commission of India) के सक्षम ऐप (Saksham App) के माध्यम से बुजुर्ग अथवा दिव्यांग मतदाता घर बैठे वोट डाल सकते है। इसके लिए उन्हें इस ऐप पर अपनी डिटेल के साथ साथ अपनी परेशानी भी बतानी होगी। चुनाव आयोग के मुताबिक चुनाव शुरू होने से पहले ‘वोट फ्रॉम होम’ की आवश्यकता वाले मतदाताओं के घर फार्म भिजवाया जाएगा।
85 साल से अधिक बुजुर्ग के लिए ‘वोट फ्रॉम होम’ की सुविधा तो बनाई ही गयी है लेकिन 85 साल से कम उम्र के बुजुर्ग मतदाताओं के लिए भी कुछ सुविधा बनाई गयी है जी हाँ 85 साल से कम उम्र के बुजुर्ग मतदाताओं के लिए केंद्रों पर कुछ खास व्यवस्था रहेगी। जैसे, व्हीलचेयर से लेकर इलेक्शन कमीशन के वालंटियर उनकी मदद करेंगे और जिन दिव्यांग मतदाता को पोलिंग बूथ तक जाने में दिक्कत होगी उनके लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
आपको बता दें पहली बार लोकसभा चुनाव में 85 साल की उम्र से ऊपर के बुजुर्ग और दिव्यांग व्यक्ति को घर बैठे अपना वोट डालने की सुविधा दी गयी है।
तो वहीं चुनाव आयोग के मुताबिक देश भर में 82 लाख ऐसे मतदाता हैं जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है। हालाँकि, 2.8 लाख मतदाता ऐसे हैं जो 100 साल की उम्र को पार कर चुके हैं। जानकारी के मुताबिक कुल मतदाता 49.7 करोड़ पुरुष और 47.01 करोड़ महिला वोटर हैं। और 48,000 ट्रांसजेंडर मतदाता भी हैं।