न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
प्रीत
IAS Pooja Khedekar: IAS पूजा खेडेकर (IAS Pooja Khedekar) का नाम आज कल काफी चचिर्त हैं. महाराष्ट्र कैडर की IAS अधिकारी पूजा पर एक के बाद एक कई बड़े आरोप निकल कर सामने आ रहे हैं. IAS अधिकारी पूजा खेडेकर का नाम इस समय बहुत ही चर्चा में है क्योंकि उन पर फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके IAS की नौकरी प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है.
बताया जा रहा है की पूजा ने सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) पास करने के लिए फर्जी दिव्यांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) प्रमाण पत्र का सहारा लिया था तथा इसके अलावा, यह भी बताया जा रहा है कि उन्होंने बार-बार मेडिकल टेस्ट करवाने से इंकार किया है। अगर लगाए गए आरोप साबित होते हैं, तो यह UPSC नियमों का गंभीर उल्लंघन होगा, जिससे पूजा खेडेकर की नौकरी भी खतरे में पड़ सकती है.
हालांकि इस मामले में जांच चल रही है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।पूजा खेडेकर के खिलाफ इस तरह के गंभीर आरोपों ने पूरे देश में चर्चा का विषय बना दिया है और इससे सिविल सेवा परीक्षा और भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सवाल उठने शुरू हो गए है.
IAS अधिकारी कैडर महाराष्ट्र
जानकारी के लिए बता दे की पूजा खेडेकर जो की महाराष्ट्र कैडर की 2023 बैच की आईएएस अधिकारी है अक्सर विवादों में बनी रहने वाली पूजा अभी ट्रेनिंग में ही है दरसल आरोप है कि पूजा खेडेकर ने IAS अफसर बनने के लिए फर्जीवाड़े किया है आपको बता दे की उन पर पहले से ही उनके दिव्यांगता सर्टिफिकेट पर सवाल खड़े किए गए थे.
नए वीडियो से हुआ हंगामा
दरअसल पोस्टिंग के दौरान हाई डिमांड करने वाली पूजा खेडेकर का अब विवादित मॉक इंटरव्यू क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.नए वीडियो में पूजा खेडेकर ओबीसी कोटे के इस्तेमाल को लेकर सवालों में हैं. पूजा खेडकर ओबीसी के नॉन क्रीमी कोटे से सेलेक्ट हुई थीं.
मॉक इंटरव्यू में वह ये दावा कर रही हैं कि वो अपने पिता से अलग रहती हैं.जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान उनके पिता अहमदनगर से वंचित बहुजन आघाड़ी के कैंडिडेट थे। उन्होंने 40 करोड़ की संपत्ति डिक्लेयर की लेकिन हलफनामें में कहीं भी बेटी या पत्नी के अलग रहने का जिक्र तक नहीं किया गया था.
VIP नंबर, चैंबर और घर की डिमांड
पूजा खेडेकर पहले भी सुर्खियों में रही हैं। पूजा ने पुणे में पोस्टिंग पर VIP नंबर, चैंबर और घर की डिमांड की थी। इस पर काफी हंगामा हुआ था और उनका तबादला वाशिम में कर दिया गया था. आपको बता दें कि पूजा के पिता भी सिविल सर्वेंट रह चुके है। इससे पहले पूजा के दिव्यांग सर्टिफिकेट को लेकर भी विवाद हुआ था.
निजी ऑडी कार और VIP नंबर
आपको बता दे की आईएएस अधिकारी पूजा खेडेकर अपनी निजी ऑडी कार रखती थीं और उस पर लाल-नीली बत्ती और वीआईपी नंबर प्लेट का इस्तेमाल भी करती थीं. एक अधिकारी के अनुसार, खेडेकर ने ओबीसी और दृष्टिबाधित श्रेणियों के तहत सिविल सेवा परीक्षा दी थी और मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र भी दिया था. जब पूजा खेडेकर को दिव्यांगता प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए एम्स दिल्ली जाने को कहा गया था तो वह कोरोना का हवाला देते हुए वहां नहीं गईं.
पुणे से वाशिम
IAS अधिकारी पूजा खेडेकर, जो 2023 बैच की हैं, को उनके प्रशिक्षण के शेष कार्यकाल को पूरा करने के लिए पुणे से वाशिम में स्थानांतरित कर दिया गया है.वे 30 जुलाई, 2025 तक वाशिम में अतिरिक्त सहायक कलेक्टर के रूप में कार्य करेंगी पुणे कलेक्टर सुहास दिवसे की रिपोर्ट के अनुसार, ड्यूटी शुरू करने से पहले ही पूजा ने बार-बार अलग केबिन, कार, आवासीय क्वार्टर और एक प्योन की मांग की थी, जो प्रोबेशनरी अधिकारियों के लिए उपलब्ध नहीं होते।
पूजा पर पुणे कलेक्टर के कार्यालय में एक वरिष्ठ अधिकारी की नेमप्लेट हटाने का भी आरोप लगा था.इन विवादों और मांगों के कारण उन्हें पुणे से वाशिम स्थानांतरित किया गया. पूजा खेडेकर के पिता भी सिविल सर्वेंट रह चुके हैं, जिससे उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि महत्वपूर्ण है. इन घटनाओं ने उनकी छवि पर गंभीर सवाल उठाए हैं.