न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
Uttarakhand वक्फ बोर्ड ने देहरादून के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मदरसे को पूरी तरह से मॉडर्न मदरसे में बदल दिया है. यह मॉर्डन मदरसा अब दूसरे मदरसों के लिए उदाहरण बन रहा है. इस मदरसे का नाम डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर है यहां सुबह की प्रार्थना के समय राष्ट्रगान होगा.
मदरसे को पूरी तरह बदलकर अब मॉर्डन बना दिया गया है.यहां बच्चों के सिलेबस मे बदलाव के साथ-साथ बैठने के लिए बैंच की व्यवस्था की गयी है. और क्लासरूम में बड़ी-बड़ी एलईडी भी लगाई गई है, जो कि इंटरनेट से कनेक्ट होंगी. इसकी मदद से यहां बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जाएगी.
4 मदरसों मे हिंदी, इंगलिश और संस्कृत की पढ़ाई होगी
वक्फ बोर्ड ने कहा है कि ऐसा मदरसा अभी तक कहीं नहीं बना है. साथ ही बताया कि बहुत जल्द Uttarakhand में इस प्रकार के करीब 4 मदरसे होंगे. Uttarakhand के 117 मदरसों को भी मॉर्डन बनाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ दूसरे विषयों का भी ज्ञान हो सके. मदरसे में बच्चों को इंग्लिश, हिंदी और संस्कृत भी पढ़ाई जाएगी.साथ ही बच्चों को तनावमुक्त रखने के लिए योगा भी कराया जाएगा।
सुबह होगा राष्ट्रगान
अब इन मॉडर्न मदरसों में सुबह की शुरुआत राष्ट्रगान से होगी और तिरंगा भी लहराएगा. शादाब शम्स ने बताया की अब मॉडर्न मदरसों की कमान सेना से रिटायर्ड अधिकारियों के हांथो में सौंपी जाएगी, जो बच्चों को फिज़िकल फिट रहने के अभ्यास कराएंगे और डॉ अब्दुल कलाम को अपना आइडल मानकर देश के लिए तैयार होंगे।
योगा आचार्य निःशुल्क वच्चों को देंगे सहयोग
Uttarakhand वक्फ बोर्ड के चैयरमेन ने बताया कि मदरसों को मॉडर्न बनाने का काम बहुत तेजी से चल रहा है. साथ ही मदरसों में वच्चों को योगा अभ्यास के लिए आचार्य विपिन जोशी ने निःशुल्क सहयोग करने की बात कही है, आचार्य विपिन जोशी मदरसे में बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ योगा भी करवाएंगे।
इस दौरान मदरसा के प्रिंसिपल ने बताया कि यहां मदरसे मे पढ़ने वाले बच्चे इंग्लिश में मिलने वाले फॉर्म को भर नहीं पाते थे लेकिन अब मॉर्डन मदरसों में NCERT सिलेबस लागू कर दिया गया है, जिससे छात्र अरबी, उर्दू के साथ हिंदी और इंग्लिश भी सीख-पढ़ पाएंगे।