न्यूज़ डेस्क : (GBN24)
नई दिल्ली: लाल सागर में रूस से India आ रहे तेल टैंकरों को हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर अपना निशाना बनाया है. यमन के हूती विद्रोही संगठन ने शनिवार को कहा कि उनकी मिसाइलों ने लाल सागर में एंड्रोमेडा स्टार तेल टैंकर को निशाना बनाया. उन्होने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वो फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे है और वे फिलिस्तीनियों के समर्थन में क्षेत्र में वाणिज्यिक जहाजों पर हमला जारी रखे हुए हैं. हूती के प्रवक्ता याह्या सारेया ने कहा कि पनामा का झंडा लगाए हुए जहाज ब्रिटिश स्वामित्व वाला था, लेकिन एलएसईजी डेटा और एंब्रे के अनुसार, शिपिंग डेटा से पता चलता है कि इसे हाल ही में बेचा गया था.
अमेरिकी सेना के मुताबिक
अमेरिकी सेना का सेंट्रल कमांड के मुताबिक घटना शुक्रवार शाम 5 बजकर 49 मिनट पर हुई। जहाज ब्रिटेन का है जिस पर एंटीगुआ और बारबाडोस का झंडा लगा था। ये अटैक के बावजूद अपने रास्ते पर आगे बढ़ रहा था । इसने रूस के प्रिमोर्स्क से यात्रा शुरू की थी और ये गुजरात के वाडीनार पहुंचने वाला था।
जहाज पर मिशाइलों से 2 बार हमले हुए
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक India आ रहे जहाज पर 2 बार हमले हुए। इस दौरान हूतियों ने कई मिसाइलें दागीं। हालांकि, पहले हमले में दागी गई मिसाइलें जहाज पर न गिरकर उसके नजदीक समुद्र में गिरी। दूसरे हमले में जहाज को नुकसान पहुंचा।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर पड़ रहा असर
India का 80% व्यापार समुद्री रास्ते से होता है। वहीं 90% ईंधन भी समुद्री मार्ग से ही आता है। हूती विद्रोहियों के हमलों से यूरोप और एशिया के बीच के मुख्य मार्ग पर कई अवरोध पैदा हो रहे हैं जिसका असर India के कारोबार पर सीधा पड़ रहा है। इससे सप्लाई चेन बिगड़ने का खतरा है। हूतियों से निपटने के लिए अमेरिका ने करीब 10 देशों के साथ मिलकर एक गठबंधन भी बनाया है, जो लाल सागर में हूतियों को रोकने और कार्गो शिप्स को हमले से बचाने का काम कर रहा है।
लंबे रास्ते से गुजर रहे हैं जहाज
ईरान-गठबंधन हूती उग्रवादियों ने पिछले साल नवंबर के बाद से लाल सागर, बाब अल-मंदाब और अदन की खाड़ी में कई जहाजों को ड्रोन और मिसाइल से टारगेट किया है। इससे जहाजों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। जहाजों को दक्षिणी अफ्रीका से होकर गुजरना पड़ रहा है। यह यात्रा लंबी और अधिक महंगी है। मजबूरन माल भेजने के लिए लंबी और महंगी यात्रा के लिए देशों को मजबूर होना पड़ा है।