भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने टर्निंग विकेटों पर कामयाब होने के लिए बल्लेबाजों को खास सलाह दी है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम जैसी पिचों पर बल्लेबाज रबड़ सोल वाले जूते पहने और अपने फुटवर्क और शॉट सिलेक्शन का सही चुनाव करें। भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया डे-नाइट टेस्ट मैच महज दो दिन के अंदर खत्म हो गया और इस मुकाबले में गिरे 30 विकेटों में से 28 विकेट स्पिन गेंदबाजों ने चटकाए थे।
पूर्व कप्तान ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘बल्लेबाजी करते समय स्पाइक्स पहनने का कोई मतलब नहीं बनता। रबड़ के तलवे वाले जूते बल्लेबाज की क्षमता को कम नहीं करते। मैंने टेस्ट क्रिकेट में मुश्किल पिचों पर कुछ ऐसी शानदार पारियां देखी हैं जो बल्लेबाजों ने रबड़ सोल वाले जूते पहनकर खेली थी। यह तर्क दिया जाता है कि इससे बल्लेबाज विकेटों के बीच दौड़ लगाते समय फिसल सकता है लेकिन विंबलडन में सभी टेनिस खिलाड़ी रबड़ सोल वाले जूते पहनकर खेलते हैं। भारत की तरफ से 1985 से 2000 के बीच 99 टेस्ट और 334 वनडे खेलने वाले अजहरूद्दीन ने कहा, ‘जिनका नाम जेहन में आता है उनमें सुनील गावस्कर, मोहिंदर अमरनाथ और दिलीप वेंगसरकर जैसे भारतीय ही नहीं बल्कि कई विदेशी खिलाड़ी जैसे विवियन रिचर्ड्स, माइक गैंटिंग, एलन बोर्डर, क्लाइव लॉयड और अन्य शामिल हैं।’
अजहर ने तीसरे टेस्ट मैच में बल्लेबाजों के आसानी से घुटने टेकने पर निराशा जताते हुए कहा, ‘अहमदाबाद टेस्ट मैचों में बल्लेबाजों को घुटने टेकते हुए देखना निराशाजनक था। इस तरह के शुष्क और टर्निंग विकेटों पर शॉट का चयन और सुनिश्चित फुटवर्क सफलता की कुंजी होता है।’ अहमदाबाद में खेले गए टेस्ट मैच में अक्षर पटेल ने 11 और अश्विन ने 7 विकेट अपने नाम किए थे, जबकि इंग्लैंड की तरफ से जैक लीच ने चार और पार्ट टाइम स्पिनर कप्तान जो रूट ने टेस्ट क्रिकेट में पहली बार पांच विकेट चटकाए थे।