स्टैंड डॉट अर्थ की एक रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे फैशन और लक्ज़री ब्रांड्स अमेजन वर्षावनों को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं। इन ब्रांड्स के कारण अमेजन वर्षावनों में वनों की कटाई हो रही है। पेड़ों की टेनरियों और चमड़े और चमड़े के सामानों के प्रोडक्शन में शामिल अन्य कंपनियां प्राकृतिक संसाधनों की अधिक खपत कर रही हैं।
स्टैंड डॉट अर्थ की रिपोर्ट बताती है कि कोच, एलवीएमएच, प्रादा, एचएंडएम, ज़ारा, एडिडास, नाइके, न्यू बैलेंस, टेवा, यूजीजी और फेंडी जैसे ब्रांड्स के कई ऐसे कनेक्शन हैं जिससे साबित होता है कि ये अमेजन के वर्षावनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ये सभी ब्रांड जेबीएस नाम के ब्राजील के चमड़े के निर्यातक से जुड़े हैं जो अमेजन वनों की कटाई सहायता और बढ़ावा देता है।
यह रिपोर्ट तब आई जब इन लक्जरी फैशन ब्रांड्स ने हाल ही में अपने कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से वनों की कटाई में योगदान नहीं करने का संकल्प लिया है। रिसर्चर्स बताते हैं कि पर्स, हैंडबैग और जूते की आपूर्ति जारी रखने के लिए फैशन इंडस्ट्री को 2025 तक सालाना 43 करोड़ गायों को मारना होगा।
2019 और 2020 में अमेजन की रक्षा नहीं करने को लेकर ब्राजील की भयंकर आलोचना हुई थी। अमेजन के जंगलों में आग लगने के कारण यह आलोचना की गई थी। रिपोर्ट से पता चला है कि कैटल इंडस्ट्री का अमेजन वर्षावन के वनों की कटाई में सबसे बड़ा योगदान है। रिपोर्ट तैयार करने वाले रिसर्चर ग्रेग हिग्स ने बताया है कि वनों की कटाई की दर बढ़ रही है, इसलिए नीतियों का कोई भौतिक प्रभाव नहीं है।