18 फरवरी को चेन्नई में आईपीएल 2021 के लिए हुए ऑक्शन में क्रिस मौरिस पर जमकर पैसों की बरसात हुई। साउथ अफ्रीका का यह ऑलराउंडर आईपीएल के इतिहास में बिकने वाला सबसे महंगा खिलाड़ी बना। राजस्थान रॉयल्स की टीम ने मौरिस को 16.25 करोड़ खर्च करके अपनी टीम में शामिल किया। इसी बीच, राजस्थान रॉयल्स टीम के सीओओ जेक लश मैक्रोम ने मौरिस के लिए इतनी बड़ी बोली लगाने के पीछे का कारण बताया है।
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के साथ बातचीत करते हुए जेक लश मैक्रोम ने कहा, ‘क्रिस मौरिस ऐसे खिलाड़ी हैं, जो हमेशा से ही हमारी रडार में रहते हैं और हम जानते थे कि बाकी टीमों से हमको उनके लिए कड़ी टक्कर मिलेगी। अच्छी बात यह रही कि पंजाब किंग्स की टीम ने बोली लगाना बंद कर दिया, नहीं तो हम मौरिस को गंवा देते। क्रिस टीम के अंदर कई तरह की स्किल्स लेकर आते हैं, जिसकी हमको जरूरत थी। उनके पास काफी अनुभव मौजूद है और उनके आने से हमारी गेंदबाजी को गहराई मिलेगी, खासतौर पर जोफ्रा आर्चर और कार्तिक त्यागी के साथ डेथ ओवरों में। निचले क्रम में आकर वह बल्ले से आपको मैच भी जीता सकते हैं अपनी जबर्दस्त हिटिंग के दम पर।’
क्रिस मौरिस को ऑक्शन से पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने रिलीज कर किया था। आईपीएल 2020 में मौरिस चोटों से काफी परेशान रहे थे और सारे मैच नहीं खेल सके थे। मौरिस के अलावा, ग्लेन मैक्सवेल को 14.25 करोड़ और काइल जेमीसन को 15 करोड़ में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने खरीदा। वहीं, पंजाब किंग्स ने झाय रिचर्ड्सन पर बड़ा दांव लगाते हुए उनको 14 करोड़ में अपनी टीम में शामिल किया। भारत की तरफ से कृष्णप्पा गौतम को सबसे ज्यादा 9.25 करोड़ में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने खरीदा। वह आईपीएल के अबतक से सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ी बने।